ईरान ने आज सुबह अमेरिकी सेना के बेस कैंप पर रॉकेट से हमला कर 80 अमेरिकी नागरिक के मारे जाने का दिवा किया। इसके कुछ समय बाद ही ईरान की राजधानी तेहरान से कुछ दूरी पर एक बोइंग प्लेन ईरान में क्रैश करने की खबर आई। इस घटना की सूचना खुद ईरानी सरकारी मीडिया एजेंसी ने दी थीं।
इस क्रैश को लेकर अब मीडिया में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। ईरान के सरकारी न्यूज एजेंसी की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिखाई पड़ता है कि क्रैश से पहले विमान में आग लग गई थी।
ऐसे में यह सवाल उठना शुरू हो गया है कि कहीं गलती से अमेरिकी हमले के डर से ईरानी सेना ने अपने ही देश से लोगों को लेकर जा रहे विमान पर हमला तो नहीं कर दिया? ऐसा सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि यह विमान महज चार साल ही पुराना है और कल ही विमान की सुरक्षा जांच की गई थी।
ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हादसे के बाद ऐसा लग रहा है कि तनाव के बीच गलती से ईरान ने विमान पर अटैक कर दिया। लेकिन, सच क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
बता दें कि इस ईरान के सुप्रीम नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने अमेरिकी बेस पर हमले के बाद कहा है कि यह अमेरिका के मुंह पर तमाचा है। उन्होंने अपने भाषण में कासिम सुलेमानी को याद करते हुए कहा कि वह एक बहादुर योद्धा था और उसमें कोई भी दोहरापन नहीं था। खामनेई ने कहा कि सुलेमानी एक क्रांतिकारी था और हमेशा इसके लिए तैयार रहा। साथ ही खामनेई ने कहा कि सुलेमानी में अमेरिका के पश्चिमी एशिया को लेकर जितनी भी योजनाएं है, उसे धवस्त करने की क्षमता थी। खामनेई ने कहा, 'आज हम सुलेमानी के अच्छे विचारों के शुक्रगुजार हैं। सुलेमानी की शहीदी ने दुनिया को हमारे क्रांति की जीवंतता को दुनिया को दिखा दिया है।'
अमेरिका पर निशाना साधते हुए खाननेई ने कहा, 'अमेरिका इराक को सऊदी अरब की तरह वो जरिया बनाना चाहता है, जहां से उसकी मोटी कमाई हो सके। सुलेमानी ने खुद को शहीद कर हमे जगा दिया है और हमारे दुश्मनों को हमारी क्षमता का अंदाजा होना चाहिए।' खामनेई ने कहा कि ये अब समय आ गया है कि हम अपने दुश्मनों को ठीक से पहचान लें और ये बहुत जरूरी है।
बता दें कि पिछले हफ्ते अमेरिका के एक ड्रोन हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के सुप्रीम कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर हैं। अमेरिका ने सुलेमानी को इराक में उस समय ड्रोन हमले में मार गिराया जब वह बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से रवाना हुआ।