जनरल कासिम सुलेमानी की मौत पर ईरान की तरफ से प्रतिक्रिया आया है। ईरान ने कहा कि यह हमला व सुलेमानी की मौत बेहद खतरनाक व अमेरिकी सरकार के मूर्खतापूर्ण फैसले की देन है। साफ है कि ईरान आने वाले समय में अमेरिका के इस फैसले के खिलाफ कोई बड़ा फैसला ले सकता है।
बता दें कि इराक समर्थक भीड़ द्वारा अमेरिकी दूतावास की घेरेबंदी करने के कुछ दिन बाद शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे पर एक रॉकेट हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान ईरान की विशेष कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी और ईरान समर्थित मिलिशिया पॉपुलर मॉबेलाइजेशन फोर्स के कमांडर अबू महदी अल-मुंहदिस भी मारे गए। इराकी रक्षा सूत्रों और व्हाइट हाउस ने भी इसकी पुष्टि की है। व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई।
इराकी सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘बगदाद में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर तीन रॉकेट दागे गए।’’ बयान में बताया गया कि दो कारों में विस्फोट हुआ। एक सुरक्षा अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि इस दौरान आठ लोगों की मौत हो गई। सुलेमानी पर सीरिया में अपनी जड़ें जमाने और इजरायल में रॉकेट अटैक कराने का आरोप था। अमेरिका को लंबे समय से सुलेमानी की तलाश थी।
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि जनरल सुलेमानी अमेरिकी कूटनीतिज्ञों पर हमले की सक्रिय योजना बना रहा था। बयान के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर सेना ने अपने नागरिकों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया है।
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इराकी सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘बगदाद में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर तीन रॉकेट दागे गए।’’
ईरान की विशेष कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई।