कीवः रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यूक्रेन में अब भी हजारों छात्र फंसे हुए हैं। इस बीच यूक्रेन (Ukraine) में रह रही राजस्थान की एक छात्रा का वीडियो सामने आया है जिसमें वह भारत सरकार और उसके यूक्रेन में दूतावास पर उनकी सुरक्षा के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया है।
छात्रा वीडियो में कहती नजर आ रही है कि कल ही हमारे आधे से ज्यादा बच्चे, मेरे बहुत से ग्रुपमेट्स और हमारे दोस्त कीव से घर जा रहे थे। बीच में बम ब्लास्ट हुआ तो उन लोगों को बीच में ही रोक दिया गया। और वापिस भेज दिया गया। इसके लिए वे भारतीय दूतावास से संपर्क कर आगे के बारे में पूछ रहे हैं तो कोई जवाब नहीं आ रहा है।
छात्रा आगे कहती है, भारतीय दूतावास कोई भी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है, कोई जवाब नहीं दे रहा है। विश्वविद्यालय कह रहा है कि तुम्हें पैनिक होने की जरूरत नहीं। तुम लोग बस क्लास आओ। उन लोगों के हमारे जीवन की कोई परवाह नहीं है। यहां तक कि भारत सरकार को भी हमारे जीवन की कोई परवाह नहीं।
गुस्सा जाहिर करते हुए छात्रा आगे कहती है कि इस परिस्थिति में भी वे हवाई टिकट की कीमत 60 हजार की हुई है। हाई क्लास परिवार के बारे में सोच सकते हैं कि वे इतनी महंगी टिकट खरीद सकते हैं लेकिन मिडिल क्लास के लोग कैसे 60 हजार की टिकट कराकर चले जाएं। इस परिस्थिति में उन्हें जबकि हमें यहां से कैसे भी निकालना चाहिए। क्योंकि यहां 20 हजार से ज्यादा छात्र हैं। छात्रा भारत सरकार से गुहार लगाते हुए कहती है कि अगर आप निकाल नहीं सकते तो कम से कम टिकट की कीमत तो कम करा सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों 242 छात्रों को यूक्रेन से भारत लाया गया। वहीं गुरुवार सुबह भी यूक्रेन से कई भारतीय नागरिक देश लौटे हैं। हालांकि अब भी कई छात्र और नागरिक वहां फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने इसके लिए एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से अपील की कि जो जहां है सुरक्षित रहे। वहीं कई छात्रों के परिवार वाले दिल्ली स्थित यूक्रेन दूतावास पहुंचकर अपनों के बारे में पता लगा रहे हैं।