नई दिल्ली: देश के लिए एक बेहद गर्व की बात है कि भारतीय मूल की 15 साल की लड़की ने दुनिया में अपना नाम रोशन किया है। अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की गीतांजलि राव ने एक बार फिर दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है।
गीतांजलि राव को उनके शानदार काम के लिए टाइम मैगजीन ने पहली बार किसी बच्चे को 'किड ऑफ द ईयर' के खिताब से नवाजा है। एक उभरती वैज्ञानिक और खोजकर्ता के तौर पर पहचान बनाने वाली 15 वर्षीय गीतांजलि ने करीब पांच हजार बच्चों को पछाड़ते हुए यह खिताब हासिल किया है।
गीतांजलि को यह अवॉर्ड क्यों मिला है?
बता दें कि गीतांजलि ने टेक्नोलॉजी के प्रयोग से दूषित पेयजल से लेकर साइबर जैसे मुद्दों से निपटने के लिए शानदार काम किया है। साइबर बुलिंग से निपटने के लिए एक ऐप तैयार करने से लेकर गीतांजलि अब पानी की शुद्धता जांचने की दिशा में तकनीक के इस्तेमाल पर काम कर रही हैं।
टाइम के लिए अकेडमी अवॉर्ड विजेता एंजेलिना जोली ने गीतांजलि का जूम पर इंटरव्यू लिया। हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जोली संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग की विशेष दूत भी है।
गीतांजलि ने साइबर बुलिंग रोकने के लिए की गई खोज पर ये कहा
साइबर बुलिंग रोकने के लिए की गई अपनी खोज के बारे में बताते हुए गीतांजलि ने कहा कि ये एक तरह की सर्विस है। इसका नाम Kindly है। उन्होंने कहा कि दरअसल, यह एक ऐप और क्रोम एक्सटेंसन है।
यह शुरुआत में ही साइबर बुलिंग को पकड़ने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि मेरा मकसद सिर्फ अपनी डिवाइस बनाकर दुनिया की समस्याएं सुलझाने तक सीमित नहीं है, बल्कि अब मैं दूसरों को भी ऐसा करने के प्रेरित करना चाहती हूं।