अमेरिका में एक बार फिर भारतवंशी ने कमाल कर दिखाया है। भारतीय मूल की प्रमिला जयपाल को इमिग्रेशन के लिए बनाए गए शक्तिशाली हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के पैनल का रैंकिंग सदस्य बनाया गया है। इसी के साथ वह उपसमिति में नेतृत्व करने वाली पहली अप्रवासी बन गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 57 वर्षीय प्रमिला जयपाल वाशिंगटन के सातवें कांग्रेसनल डिस्टिक्ट का प्रतिनिधित्व करेंगी। प्रमिला ने अपनी इस उपलब्धि के बाद कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली दक्षिण एशियाई महिला के रूप में सम्मानित महसूस कर रही हूं।
17 साल बाद मिली अमेरिकी नागरिकता
प्रमिला ने कहा कि मैं इस देश में तब आई थी जब मैं 16 साल की थी। मैं अकेली थी और मेरे पास एक भी रुपये नहीं थे। अमेरिकी नागरिक बनने के लिए 17 साल तक इंतजार करने के बाद मैं खुदको भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे अमेरिका में अपने सपने को पूरा करने का मौका मिला है। गौरतलब है कि प्रमिला अमेरिकी कांग्रेस में आने से पहले अप्रवासियों के लिए लंबे समय से काम कर रही हैं।
अन्य भारतवंशी ने भी लहराया परचम
बता दें कि प्रमिला जयपाल के अलावा अन्य भारतीय मूल के सदस्य ने भी कमाल कर दिखाया है। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी, राजा कृष्णमूर्ति को चीन पर एक नव निर्मित हाउस कमेटी का रैंकिंग सदस्य बनाया गया, जो चीन के व्यवहार के विभिन्न पहलुओं और अमेरिका और दुनिया के लिए इसके खतरे पर गौर करेगी। कृष्णमूर्ति की नियुक्ति की घोषणा बुधवार को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीस ने की थी।