न्यूयॉर्कः अमेरिका ने कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तानी आतंकवादी पर भारत सरकार को लगाए आरोप को बहुत गंभीर बताया है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा कि वाशिंगटन इस मामले की जांच के लिए ओटावा की ओर से की जा रही जांच का समर्थन करता है।
भारत सरकार को इस पर सहयोग करने की जरूरत है। हाल ही में पीएम ट्रूडो ने कनाडाई संसद में भारत पर आरोप लगाकर कहा था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारत सरकार द्वारा प्रायोजित है। किर्बी ने कहा, "मैं राजनयिक बातचीत की सुरक्षा करूंगा और इसे वहीं छोड़ देता हूं, जहां दोनों देश इसपर आगे बढ़ें।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति इन गंभीर आरोपों को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए नजर रखे हुए हैं।" बता दें कि भारत सरकार ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के ऊपर 10 लाख रुपये का इनाम भी रखा था। ब्रिटिश कोलंबिया के पश्चिम कनाडा राज्य में स्थित गुरुद्वारे में ही दो अज्ञात हमलावरों ने हरदीप की हत्या में 18 जून को कर दी थी।
गौरतलब है कि प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख और भारत में सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल निज्जर (45) की दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गत 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी।
ट्रूडो ने सोमवार को संसद में कहा था कि कनाडा की खुफिया एजेंसियां खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ होने के आरोपों की जांच कर रही हैं। क्या कनाडा पीएम ट्रूडो ने राष्ट्रपति जो बाइडन से निजी तौर पर बात की थी? इस पर कहा कि अमेरिका इस जांच को लेकर काफी सतर्क है।