लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लाहौर स्थित आवास के बाहर एकत्रित उनके समर्थक उनकी गिरफ्तारी को रोकने के लिए मंगलवार को पुलिस से भिड़ गए। खान को गिरफ्तार करने के लिए आठ घंटे तक कोशिश करने के बावजूद पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई। खान के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार छोड़ी।
खान के समर्थक उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची इस्लामाबाद पुलिस का विरोध करने एकत्र हुए थे। तोशाखाना मामले में खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने के एक दिन बाद पुलिस उनके घर पहुंची थी। वहीं, अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर पुलिस पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा, "जिस तरह से हमें पुलिस ने निशाना बनाया, यह पहला है। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया इसका कोई कारण नहीं है। मेरी जमानत 18 तारीख को थी। वे जानते थे कि सुरक्षा के कारण मैं जमानत पर क्यों नहीं आ रहा हूं। वे फिर से तैयारी कर रहे हैं, मुझे पता है। मैंने लाहौर उच्च न्यायालय में वचन दिया है कि मैं 18 तारीख को न्यायालय में उपस्थित रहूंगा। लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया।"
इमरान खान ने पुलिस की निंदा करते हुए कहा, "क्यों नहीं लिया गया? क्योंकि लंदन योजना का हिस्सा है। नवाज शरीफ को आश्वासन दिया गया है कि मुझ पर और मेरी पार्टी पर हमला करके उसे गिरा दिया जाएगा।" इससे पहले मंगलवार को मीडिया में आई खबर के अनुसार, पथराव के कारण इस्लामाबाद के उप महानिरीक्षक (अभियान) शहजाद बुखारी घायल हो गए। झड़पों में खान के समर्थक और पुलिसकर्मी दोनों घायल हुए हैं।