इस्लामाबाद: पाकिस्तान में जारी सियासी संकट के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को दावा किया कि उनके पास ये विश्वसनीय जानकारी है कि उनकी जान खतरे में है। इमरान ने साथ ही कहा कि इसके बावजूद वह डरते नहीं हैं और एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए अपनी जंग जारी रखेंगे।
इमरान के खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। इससे पहले उन्होंने पाकिस्तान के ARY न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि सेना ने उन्हें तीन विकल्प दिए हैं। ये विकल्प हैं- अविश्वास मत पर वोटिंग, तय समय से पहले चुनाव या प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा। .
इमरान ने काह कि न केवल उनकी जान को खतरा है बल्कि विपक्ष भी विदेशी हाथों में खेल रहा है। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ने कहा, 'मैं अपने देश को बताना चाहता हूं कि मेरी जान को भी खतरा है, उन्होंने (विपक्ष) मेरे चरित्र हनन की भी योजना बनाई है। न केवल मैं बल्कि मेरी पत्नी की भी।'
'शहबाज शरीफ जैसे लोगों से बात नहीं करनी'
इस सवाल पर विपक्ष ने इमरान को क्या विकल्प दिए हैं, इमरान ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ जैसे लोगों से बात करनी चाहिए।
इमरान ने कहा, 'अगर हम (अविश्वास मत) जीत भी जाते हैं, तो हम निश्चित रूप से इन लोगों (जो पीटीआई छोड़ विपक्ष के साथ शामिल हुए) के साथ काम नहीं कर सकते हैं, जल्दी चुनाव सबसे अच्छा विकल्प है। मैं अपने देश से मुझे एक साधारण बहुमत देने का आग्रह करूंगा ताकि मुझे कोई समझौता नहीं करना पड़े।'
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को एक साजिश बताते हुए खान ने कहा कि वह इसके बारे में पिछले साल अगस्त से जानते थे और उनके पास ऐसी खबरें हैं कि कुछ विपक्षी नेता दूतावासों का दौरा कर रहे हैं।
इससे पहले इस्लामाबाद सुरक्षा संवाद (आईएसडी) को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि भारत का समर्थन करने वाला एक ‘शक्तिशाली देश’ राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए उनकी हाल की रूस यात्रा के कारण पाकिस्तान से नाराज है।