इस्लामाबाद, 18 अगस्त:पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान शनिवार को पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले लिया। शनिवार को एक भव्य समारोह में इमरान खान शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण समारोह में भारत से क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू शिरकत की। इमरान पाकिस्तान के 22वें वजीर-ए-आजम बने। क्रिकेटर होने के नाते और दोस्त होने के नाते इमरान खान ने भारत के तीन लोगों को अपने शपथ ग्रहण का न्योता भेजा था। इसमें सुनील गावस्कर और कपिल देव अपने-अपने कारणों से जाने मना कर दिया था। लेकिन लेकिन सिद्धू उनका न्योता स्वीकार किया था। इससे पहले पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में हुए एकतरफा चुनाव में शुक्रवार को उन्हें देश का नया प्रधानमंत्री चुना गया।
Imran Khan Oath Ceremany Live Updates in Hindi
- इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
- नवजोत सिंह सिद्धू इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हैं। उन्होंने पाकिस्तान सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया।
- कुरान की पंक्तियों से कार्यक्रम की शुरुआत हुई
- शुक्रवार को संसद में अपने पहले संबोधन में इमरान ने ‘‘पाकिस्तान को लूटने वालों’’ के खिलाफ कार्रवाई का इरादा जाहिर किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज अपने वतन से वादा करता हूं कि हम वह तब्दीली लाएंगे जिसके लिए यह मुल्क लंबे समय से कोशिश करता रहा है।’’
- इमरान ने कहा, ‘‘हमें इस देश में सख्त जवाबदेही कायम करनी है। मैं वादा करता हूं कि मैं पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। जिस काले धन को सफेद किया गया, मैं उसे वापस लाऊंगा। जो पैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी पर खर्च होने चाहिए थे, वे लोगों की जेब में चले गए।’’
- उन्होंने कहा कि वह ऐसी चुनाव प्रणाली बनाएंगे जिससे कोई भी व्यक्ति भविष्य में चुनावों में खामियां नहीं तलाश पाएगा। इमरान ने कहा, ‘‘लेकिन कोई मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं करें।’’ साल 1996 में पीटीआई की स्थापना करने वाले पश्तून ने कहा कि वह 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
- इमरान ने कहा, ‘‘मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया; मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं। सिर्फ एक नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया और वह मेरे हीरो (पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना थे।’’ भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिए गए नवाज शरीफ की तरफ परोक्ष इशारा करते हुए इमरान ने कहा कि वह किसी ‘‘डकैत’’ के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेंगे।
इससे पहले इमरान ने इस मुकाबले में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शाहबाज शरीफ को मात दी। बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जिसके पास 54 सीटें हैं, के मतदान में हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बाद 15वीं नेशनल असेंबली में चुनाव महज एक औपचारिकता रह गई थी। शरीफ की उम्मीदवारी को लेकर पीपीपी और पीएमएल-एन के बीच मतभेद उभर आए थे।
नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने ऐलान किया कि क्रिकेटर से नेता बने 65 वर्षीय इमरान को 176 वोट मिले जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और पीएमएल-एन के प्रमुख शाहबाज शरीफ को 96 वोट मिले। नतीजों की घोषणा के बाद पीएमएल-एन के सांसदों ने इमरान के खिलाफ नारे लगाए और सदन में विरोध प्रदर्शन किया।