अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि उनका मानना है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन परमाणु निरस्त्रीकरण पर अपने वादों पर कायम रहेंगे।
वहीं, किम ने ‘‘नया सामरिक हथियार’’ लाने की धमकी दी है। ट्रम्प ने फ्लोरिडा में नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे, परमाणु निरस्त्रीकरण के बारे में बात की थी। पहला वाक्य था ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’, जो सिंगापुर में तय हुआ।
मुझे लगता है कि वह अपनी जुबान के पक्के इंसान हैं।’’ राष्ट्रपति सिंगापुर में किम के साथ हुई, 2018 की ऐतिहासिक शिखर वार्ता का जिक्र कर रहे थे। दोनों ने उस समय ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण’’ पर अस्पष्ट बयान दिए थे और ‘‘नये सिर से अमेरिका-उत्तर कोरिया संबंध बनाने’’ पर राजी हुए थे।
दोनों देशों के नेताओं के बीच फरवरी में हनोई शिखर वार्ता बेनतीजा रहने के बाद से वार्ता में गतिरोध बना हुआ है और उत्तर कोरिया ने प्रतिबंधों पर राहत की ताजा पेशकश देने के लिए अमेरिका को साल के अंत तक की समयसीमा दी थी। फ्लोरिडा में ट्रम्प ने अपने पहले के बयानों को दोहराया कि वह और किम एक-दूसरे को ‘‘पसंद’’ करते हैं और उनके बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।
उत्तर कोरिया की धमकी ‘बेहद निराशाजनक’ लेकिन हम शांति चाहते हैं : अमेरिका
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि उनका देश परमाणु मिसाइल परीक्षण बहाल करने की उत्तर कोरिया की धमकी से बेहद निराश है लेकिन वह प्योंगयांग के साथ टकराव के बजाय शांति चाहता है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने एलान किया है कि प्योंगयांग अपने परमाणु और अन्तरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों पर लगी रोक हटा रहा है। पोम्पिओ ने कहा, ‘‘अगर चेयरमैन किम राष्ट्रपति ट्रम्प से किए वादों से मुकर गए हैं तो यह बेहद निराशाजनक है।’’
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने सीबीएस टेलीविजन से कहा, ‘‘हमने अपनी प्रतिबद्धताएं निभाई हैं। हम उम्मीद रखेंगे कि वह अपने वादों को निभाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रम्प ने ऐसा नजरिया अपनाया है जिसमें हमने कूटनीतिक राह बनाने की कोशिश की।
हम उम्मीद करते हैं कि उत्तर कोरिया पुन:विचार करेगा...हम शांति चाहते हैं न कि टकराव।’’ किम ने धमकी दी कि वह जल्द ही ‘‘नये सामरिक हथियार’’ का प्रदर्शन करेगा। इसके तुरंत बाद फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में पोम्पिओ ने उत्तर कोरियाई नेता से पुनर्विचार करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि चेयरमैन किम सही फैसला करेंगे और वह संघर्ष एवं युद्ध के बजाय शांति तथा समृद्धि चुनेंगे।’’ पोम्पिओ ने कहा, ‘‘ऐसे परीक्षणों पर स्वत: लगाया प्रतिबंध पिछले दो वर्षों से प्योंगयांग और वाशिंगटन के बीच परमाणु कूटनीति का स्तंभ रहा है जिसके दौरान किम और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच तीन बैठकें हुई लेकिन कोई खास प्रगति नहीं हुई।’’