आईएसआईएस का संस्थापक और सरगना अबू बकर अल बगदादी मारा गया। इस्लामिक स्टेट दुनिया का सबसे क्रूर और हिंसक आतंकी संगठन है। अमेरिका कई वर्षों से बगदादी की तलाश कर रहा था। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने उपराष्ट्रपति माइक पेंस और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्हाइट हाउस से अभियान का सीधा प्रसारण देखा। स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन का नाम 'मिशन अब्लीटरेशन' और बगदादी का कोडनेम 'जैकपॉट' रखा गया था। आइए जानते हैं बगदादी के खात्मे की पूरी कहानी। अमेरिका ने कैसे दिया इस खतरनाक मिशन को अंजाम...
- 26 अक्टूबर 2019 (शनिवार) की शाम पांच बजे व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सेना प्रमुख पहुंचे। स्क्रीन पर ऑपरेशन की लाइव फुटेज आने लगती है। ऑपरेशन शुरू हो जाता है।
- इराक स्थित एयरबेस से आठ लड़ाकू हेलीकॉप्टर पर सवार होकर डेल्टा कमांडोज उड़ान भरते हैं। मिशन के दौरान अमेरिकी हेलीकॉप्टर रूस के नियंत्रण वाले एयरस्पेस से भी होकर गुजरते हैं। टारगेट था उत्तर-पश्चिम सीरिया के इदलिब प्रांत का गांव बरिशा। बगदादी यहीं छिपा हुआ था।
- टारगेट के करीब पहुंचने पर कमांडोज के ऊपर फायरिंग होने लगती है। लेकिन जल्दी ही उसे शांत करा दिया जाता है। कंपाउंड में पहुंचकर कमांडोज मेन दरवाजे से अंदर ना जाकर दीवार तोड़कर अंदर घुसते हैं।
- अमेरिकी कमांडोज पर आतंकी ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर देते हैं लेकिन ज्यादा देर टिक नहीं पाते। आतंकियों को ढेर करने के बाद कमांडोज आगे बढ़ते हैं और 11 बच्चों को घर से सुरक्षित बाहर निकाला जाता है।
- इस बीच बगदादी अपने साथ तीन बच्चों को लेकर एक सुरंग की तरफ भागता था। डेल्टा फोर्सेज की के-9 डॉग यूनिट उसके पीछे लग जाती है।
- अंतिम क्षणों में बगदादी के अंदर खौफ साफ तौर पर झलक रहा था। वो रो रहा था। चीख रहा था। चिल्ला रहा था। सुरंग के आखिर में कोई रास्ता ना पाकर वो खुद को उड़ा लेता है। उसके साथ तीन बच्चे भी मारे जाते हैं।
- अमेरिकी डेल्टा फोर्स के कमांडोज कंपाउड को पूरी तरह से नष्ट करने से पहले कई खुफिया सामग्री जुटाते हैं। बगदादी का डीएनए टेस्ट किया जाता है जिसके बाद पुष्टि हो जाती है कि दुनिया में आतंक का सबसे बड़ा सरगना मारा गया।
- इस अभियान में एक भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ, लेकिन बगदादी के कई समर्थक मारे गए और कई को पकड़ लिया गया।
ट्रंप ने कहा- कुत्ते की मौत मारा गया बगदादी
डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान बगदादी की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका के के-9 स्वान दस्ते ने एक तरफ से बंद सुरंग में आईएस सरगना का पीछा किया और जब उसके पास बचने का कोई रास्ता नहीं बचा तो उसने आत्मघाती जैकेट में विस्फोट करके खुद को और तीन को उड़ा लिया। वह अपने जीवन के अंतिम क्षणों में वह रोया, चीखा-चिल्लाया। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के विशेष अभियान बलों ने रात के समय "साहसिक और जोखिम भरे अभियान’’ को शानदार ढंग से अंजाम दिया। उन्होंने कहा, "अमेरिका ने दुनिया के नंबर एक आतंकी सरगना को मार गिराया। अबू बक्र अल बगदादी मर चुका है।"
ऑपरेशन की सफलता में इनका भी योगदान
ट्रंप ने अभियान में सहयोग देने के लिये रूस, तुर्की, सीरिया, और इराक को धन्यवाद दिया। उन्होंने अभियान में मददगार जानकारी उपलब्ध कराने के लिये सीरियाई कुर्दों को भी धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा, "कुर्दों ने सैन्य भूमिका नहीं निभाई लेकिन उन्होंने हमें जानकारी उपलब्ध कराई।" उन्होंने कहा कि हमने रूस से बात करके उसे बताया कि हम वहां आ रहे हैं...उन्होंने बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी। हमने रूस को यह नहीं बताया कि हमारा अभियान क्या है।
ट्रंप ने कहा, "यह एक खुफिया अभियान था। वहां घुसते ही हल्की गोलीबारी हुई, जिसका तुरंत जवाब दिया गया। अभियान की प्रक्रिया शाम पांच बजे (स्थानीय समयानुसार) शुरू की गई। उन्होंने कहा कि अभियान से पहले उस परिसर से 11 बच्चों समेत कई लोगों को बचाया गया। डीएनए जांच में साबित हो गया है कि वह बगदादी था। हमले में उसकी दो पत्नियां भी मारी गईं। ट्रंप ने कहा कि बगदादी पर पिछले कुछ सप्ताह से अमेरिका लगातार निगरानी रखे हुए थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर