अमेरिका में बाइडन-हैरिस के निर्वाचन की पुष्टि से पहले ट्रंप समर्थकों की हिंसा में चार लोग मारे गए

By भाषा | Updated: January 8, 2021 01:34 IST2021-01-08T01:34:19+5:302021-01-08T01:34:19+5:30

Four people killed in Trump supporters' violence before Biden-Harris election confirmed in US | अमेरिका में बाइडन-हैरिस के निर्वाचन की पुष्टि से पहले ट्रंप समर्थकों की हिंसा में चार लोग मारे गए

अमेरिका में बाइडन-हैरिस के निर्वाचन की पुष्टि से पहले ट्रंप समर्थकों की हिंसा में चार लोग मारे गए

(ललित के झा)

वाशिंगटन, सात जनवरी अमेरिका में लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमले के तहत निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने यहां स्थित कैपिटल भवन (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला किया और वे पुलिस से भिड़ गए। इस घटना में चार लोग मारे गए और राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के रूप में क्रमश: जो बाइडन एवं कमला हैरिस के निर्वाचन को सत्यापित करने की प्रक्रिया बाधित हुई।

कांग्रेस ने इस घटना के चलते हुए विलंब के बाद अंतत: बृहस्पतिवार को अपने संयुक्त सत्र में बाइडन तथा हैरिस के निर्वाचन की औपचारिक रूप से पुष्टि कर दी।

इस बीच, प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि यदि ट्रंप को 25वें संशोधन के तहत राष्ट्रपति पद से नहीं हटाया जाता है, तो अमेरिकी संसद महाभियोग की कार्यवाही करने की ओर बढ़ सकती है।

पेंसिल्वेनिया और एरिजोना राज्यों में वोटों पर रिपब्लिकनों की आपत्तियों को सीनेट तथा प्रतिनिधि सभा दोनों द्वारा खारिज किए जाने के बाद ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ मतों को मंजूरी दे दी गई।

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए तीन नवंबर को हुए चुनाव में बाइडन और हैरिस को 306 ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ वोट मिले थे, वहीं ट्रंप और पेंस के खाते में 232 ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ वोट आए थे। वर्मोंट के तीन ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ वोटों की गिनती ने इन दोनों को राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत के लिए आवश्यक 270 से अधिक के जादुई आंकड़े के पार पहुंचा दिया था।

डेमोक्रेटिक पार्टी के 78 वर्षीय नेता बाइडन और पार्टी की भारतीय मूल की नेता 56 वर्षीय हैरिस दोनों 20 जनवरी को क्रमश: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद की कमान संभालेंगे।

दोनों के निर्वाचन के औपचारिक सत्यापन से कुछ घंटे पहले बुधवार को पूरी दुनिया तब हतप्रभ रह गई ,जब निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को विफल करने के मकसद से कैपिटल भवन पर धावा बोल दिया और इस दौरान अभूतपूर्व हिंसा हुई तथा अफरातफरी मच गई।

पुलिस ने कहा कि बुधवार को कैपिटल हिल में हुई हिंसा में चार लोग मारे गए। इनमें एक महिला प्रदर्शनों के बीच एक पुलिस अधिकारी द्वारा गोली चलाए जाने से मारी गई और तीन अन्य लोग-एक महिला तथा दो पुरुषों की मौत कैपिटल ग्राउंड के पास आपात स्वास्थ्य स्थिति जैसे कारणों की वजह से हुई।

इसने कहा कि इस दौरान दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। बुधवार रात 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

बाइडन ने इस हिंसक घटना के एक दिन बाद ट्रंप समर्थक भीड़ को ‘घरेलू आतंकवादी’ बताते हुए उसकी निंदा की।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कोंटी ने ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा को एक संवाददाता सम्मेलन में ‘‘शर्मनाक’’ करार दिया।

उन्होंने बताया कि डीसी मेट्रोपोलिटन पुलिस के कम से कम 14 अधिकारी भी घायल हो गये।

चुनाव नतीजों के संसद से सत्यापन पर टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘यह फैसला राष्ट्रपति पद के इतिहास में उनके पहले महान कार्यकाल की समाप्ति को प्रकट करता है।’’

उन्होंने कहा कि वह 20 जनवरी को ‘‘सुव्यवस्थित’’ तरीके से सत्ता का हस्तांतरण करेंगे।

ट्रंप ने एक बयान में कहा, ‘‘चूंकि चुनाव के नतीजों से मैं पूरी तरह से असहमत हूं और इस तथ्य पर कायम हूं, इसके बावजूद 20 जनवरी को सुव्यवस्थित तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को फिर से महान बनाने की लड़ाई की यह महज शुरुआत है।’’

इसके साथ ही उन्होंने चुनाव में धांधली के आरोपों को दोहराया।

कांग्रेस के संयुक्त सत्र में चुनाव नतीजों के सत्यापन से संबंधित कार्यवाही ट्रंप समर्थकों के उत्पात के चलते कई घंटे तक बाधित रही। इमारत से प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाले जाने के बाद सत्र फिर शुरू हुआ और कार्यवाही सारी रात चलती रही।

उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सीनेट सत्र को फिर से व्यवस्थित किया और सत्यापन की प्रक्रिया आगे बढ़ी।

पेंस ने राज्यों के सभी ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ मतों की गिनती के बाद कहा, ‘‘सीनेट के अध्यक्ष द्वारा वोटों के बारे में की गई घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचित होने की पर्याप्त घोषणा होगी और दोनों का कार्यकाल 20 जनवरी 2021 से शुरू होगा।’’

कैपिटल हिल पर हजारों ट्रंप समर्थकों के धावा बोलने के कारण सांसदों को अपने चैंबर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा और सत्यापन की प्रक्रिया में कई घंटों की देरी हुई।

प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने अफरातफरी के कुछ घंटे बाद घोषणा की कि पुलिस ने कैपिटल भवन की सुरक्षा की।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, हमारे लोकंतत्र पर एक शर्मनाक हमला हुआ। इसे सरकार के उच्चतम स्तर पर समर्थन प्राप्त था। हालांकि, यह हमें जो बाइडन के निर्वाचन को सत्यापित करने के हमारे दायित्व से नहीं रोक सकता।’’

हिंसा के बीच बाइडन ने कहा कि वह यह देखकर हतप्रभ और दुखी हैं कि अमेरिका में ‘‘ऐसा अंधकारमय क्षण आ गया है।’’

उन्होंने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, ‘‘इस समय, हमारा लोकतंत्र अभूतपूर्व संकट में है। किसी अन्य चीज के विपरीत हमने यह आधुनिक युग में देखा है। यह स्वतंत्रता के दुर्ग, कैपिटल पर हमला है। यह लोगों के प्रतिनिधियों तथा कैपिटल हिल पुलिस पर हमला है।’’

बाइडन ने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि कैपिटल में अफरातफरी के दृश्य सच्चे अमेरिका की झलक नहीं हैं। हम जो देख रहे हैं, वे छोटी सी संख्या में चरमपंथी हैं जो अराजकता के प्रति ही समर्पित हैं। यह असंतोष नहीं है, यह कुव्यवस्था है। यह अफरातफरी है। यह राष्ट्रद्रोह के समान है और अब इसे खत्म होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह राष्ट्रीय टेलीविजन पर आएं और इस घेराबंदी को खत्म करने की मांग कर अपनी शपथ को पूरा करें तथा संविधान की रक्षा करें।’’

हिंसा के बीच हैरिस ने भी यूएस कैपिटल पर ट्रंप समर्थकों के हमले को खत्म करने की मांग की।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं कैपिटल और हमारे देश के लोकसेवकों पर हमले को खत्म करने की निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के आह्वान के साथ हूं।’’

अमेरिका के चार पूर्व राष्ट्रपतियों-बराक ओबामा जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और जिमी कार्टर ने ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा की निन्दा की और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की आवश्यकता को रेखांकित किया।

इस बीच,फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने एक असाधारण कदम की घोषणा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण करने तक देश के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फेसबुक और इंस्टाग्राम इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।

जुकरबर्ग ने एक पोस्ट के जरिए कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि राष्ट्रपति को इस समय इस मंच का इस्तेमाल करते रहने की अनुमति देने का जोखिम बहुत बड़ा है। इसलिए, हमने उनके फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को ब्लॉक किए जाने की अवधि बढ़ाकर अनिश्चितकाल कर दी है। उनका अकाउंट सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होने तक कम से कम आगामी दो सप्ताह तक बंद रहेगा।

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