जापान: 2022 में पहली बार बच्चों वाले परिवारों की संख्या में आई भारी कमी, गिरावट के कारण सरकार भी चिंतित
By आजाद खान | Updated: July 5, 2023 16:16 IST2023-07-05T16:11:48+5:302023-07-05T16:16:07+5:30
अगर जापान में हालात ऐसे ही रहे तो इससे उसकी अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है। यही नहीं इससे कार्यबल में भी कमी देखने को मिल सकती है।

फोटो सोर्स: WikiMedia Commons (https://commons.wikimedia.org/wiki/File:A_man_wearing_traditional_Japanese_outfit_walking_down_the_hall_of_a_traditional_Japanese_home._Fukuoka,_Japan,_East_Asia.jpg)
टोक्यो: 2022 में पहली बार ऐसा देखा गया है कि जापान में बच्चों वाले परिवार की संख्या घट रही है और यह करोड़ से भी कम हो गई है। ऐसे में जापान में जन्म दर में गिरावट इस देष के भविष्य के लिए एक चिंता है। इस गिरावट के मद्देनजर जापान में युवाओं की कमी देखी गई है जिससे कार्यबल में भी कमी देखने को मिल रही है।
ऐसे में जापान में केवल बुजुर्गों की ही संख्या अभी ज्यादा है जिनके सिर पर पूरे देश की अर्थव्यवस्था का भार है। बता दें कि जापान में औसत आयु 49 वर्ष है और पूरे जनसंख्या का लगभग 28 फीसदी लोग ऐसे है जो बुजुर्ग है और उनकी उम्र 65 साल है या फिर इससे ज्यादा है।
1899 के बाद पहली बार आई है यह गिरावट
जापान में 1899 से रिकॉर्ड-कीपिंग शुरू होने के बाद यह पहला मौका है जब 2022 में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या 800,000 से कम हो गई है। ऐसे में यह यह जापान के लिए एक गंभीर समस्या है, क्योंकि इसका मतलब है कि देश अपनी आबादी की जगह नहीं ले रहा है।
इस गिरावट के मद्देनजर प्रधान मंत्री किशिदा ने बच्चों से संबंधित नीतियों पर ध्यान देने की तत्काल आवश्यकता पर जोर भी दिया है ताकि जापान कामकाज का माहौल बना रहे और जनसंख्या का नियंत्रण भी बना रहे।
पड़ सकता है जापानी अर्थव्यवस्था पर असर
अगर आने वाले कुछ सालों में जापान में हालात ऐसे ही रहे तो इससे जापान की अर्थव्यवस्था पर काफी असर भी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जनसंख्या में गिरावट के कारण जापान में श्रमिकों की कमी होने लगेगी जिससे जापान की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगा।
ऐसे में इस मामले पर सरकार ने कहा है वह समस्या से अवगत है और इसके समाधान पर काम भी कर रही है। अगर इस पर जल्द ही कोई एक्शन नहीं लिगा तो इससे जापान का भविष्य काफी खराब भी हो सकता है।