एफआईए ने इमरान और पीटीआई के अन्य नेताओं पर मामला दर्ज किया, प्रतिबंधित फंडिंग से जुड़ा मामला
By रुस्तम राणा | Published: October 11, 2022 08:47 PM2022-10-11T20:47:13+5:302022-10-11T20:47:13+5:30
एफआईआर में कहा गया है कि वूटन क्रिकेट लिमिटेड के मालिक आरिफ मसूद नकवी ने पंजीकृत यूनाइटेड बैंक लिमिटेड (यूबीएल) खाते में "गलत तरीके से" पीटीआई के नाम पर धन हस्तांतरित किया।
इस्लामाबाद: संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य पीटीआई नेताओं के खिलाफ उनकी पार्टी को कथित रूप से प्रतिबंधित धन प्राप्त करने के संबंध में मामला दर्ज किया है। राज्य द्वारा इस्लामाबाद में एफआईए के कॉर्पोरेट बैंकिंग सर्कल के माध्यम से मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि वूटन क्रिकेट लिमिटेड के मालिक आरिफ मसूद नकवी ने पंजीकृत यूनाइटेड बैंक लिमिटेड (यूबीएल) खाते में "गलत तरीके से" पीटीआई के नाम पर धन हस्तांतरित किया।
शिकायत में इमरान खान, सरदार अजहर तारिक खान, सैफुल्ला खान न्याजी, सैयद यूनुस अली रजा, आमेर महमूद कियानी, तारिक रहीम शेख, तारिक शफी, फैसल मकबूल शेख, हामिद जमान और मंजूर अहमद चौधरी को पीटीआई खाते के लाभार्थी के रूप में नामित किया गया है।
पीटीआई ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग के समक्ष आरिफ मसूद नकवी का एक हलफनामा प्रस्तुत किया जिसमें कहा गया था कि डब्ल्यूसीएल के खातों में एकत्र की गई सभी राशि पाकिस्तान में पीटीआई के खाते में जमा की गई थी। यह हलफनामा फर्जी साबित हुआ है क्योंकि मई 2013 में डब्ल्यूसीएल से पाकिस्तान में दो अलग-अलग खातों में दो और लेनदेन भी किए गए थे।
Federal Investigation Agency (FIA) has booked Pakistan Tehreek-e-Insaf (PTI) leaders including its chairman Imran Khan, the party’s financial team and a manager of a private bank in a prohibited funding case: Pak's The Express Tribune pic.twitter.com/anYuZU8maj
— ANI (@ANI) October 11, 2022
प्राथमिकी में आगे कहा गया है कि यूबीएल प्रबंधन द्वारा अधिकारियों को 12 सीटीआर/एसटीआर की सूचना दी जानी थी लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे। "इस्लामाबाद में यूबीएल की जिन्ना एवेन्यू शाखा के संचालन प्रबंधक चौधरी शाहिद बशीर ने संबंधित अधिकारियों को उपरोक्त अवैधताओं की रिपोर्ट न करके इन अवैध लेनदेन की सुविधा प्रदान की और इंटरनेट मर्चेंट एक्वायरिंग एग्रीमेंट को खाते का शीर्षक बदलकर नया पाकिस्तान करने की भी अनुमति दी"