लॉस एंजिलिस, 31 दिसंबर कोरोना वायरस या सार्स-सीओवी-2 का संक्रमण रोगी के पूरी तरह ठीक होने के छह महीने बाद तक ऐसे विविध प्रकार के एंटीबॉडी बना सकता है जो उसके ही शरीर के खिलाफ काम करते हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
जर्नल ऑफ ट्रांसलेशनल मेडिसिन में प्रकाशित अनुसंधान में पाया गया कि कोविड-19 से संक्रमित हो चुके लोगों के अंदर प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित होती है जो प्रारंभिक संक्रमण और स्वस्थ होने के बाद लंबे समय तक रहती है। यह उन लोगों में भी विकसित होती है जिन्हें हल्के लक्षण रहे हों या किसी तरह का लक्षण नहीं हो।
अमेरिका में केडर्स-सिनाई मेडिकल सेंटर से संबद्ध सह-अध्ययनकर्ता जस्टिना फर्ट-बोबर ने कहा, ‘‘अध्ययन के ये निष्कर्ष यह व्याख्या करने में मददगार हैं कि कोविड-19 किस कारण से एक अलग तरह की बीमारी है।’’
सार्स-सीओवी से पीड़ित रहे सभी लोगों में ‘ऑटो एंटीबॉडी’ का स्तर बढ़ा हुआ मिला जो अपने ही शरीर के अंगों पर हमला करती हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।