Covid-19: चीनी शहरों में बुरा हाल, आईसीयू में जगह नहीं, शवदाह गृहों में भारी भीड़, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 24, 2022 06:54 PM2022-12-24T18:54:33+5:302022-12-24T18:57:33+5:30
Covid-19: बीजिंग से 70 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित चीन के औद्योगिक प्रांत हेबेई के बाझोउ शहर में काउंटी अस्पताल के बाहर एक बुखार क्लिनिक के बाहर याओ रुयान नामक महिला बेचैनी के साथ चहल-कदमी करती दिखी। उनकी सास कोविड-19 से संक्रमित हैं और उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है, लेकिन सभी अस्पताल करीब-करीब भरे हुए हैं।
बाझोउः चीन में कोरोना वायरस के कारण हालात बहुत ही गंभीर है। चीन शहर का हाल बहुत ही खराब है। आईसीयू में जगह नहीं और शवदाह घरों में भारी भीड़ हैं। महामारी विज्ञानी और स्वास्थ्य अर्थशास्त्री एरिक फेगल-डिंग ने चेतावनी दी थी कि कोविड-19 के कारण चीन की 60 प्रतिशत से अधिक और पृथ्वी की 10 प्रतिशत आबादी अगले 90 दिनों में संक्रमित हो जाएगी।
33) let this sink in — **OXYGEN TANKS ARE DEPLETED** at even top level Beijing capitol’s hospitals. You know when that happens that it is much worse at secondary and smaller hospitals and clinics… https://t.co/2Tpv0Dlm0P
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 24, 2022
शनिवार को दावा किया बीजिंग में एक "शीर्ष स्तरीय स्तर ए" अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन टैंक नहीं थे। एरिक फीगल-डिंग ने एक वीडियो को रिट्वीट किया है। अस्पताल के मुर्दाघरों में हालत खराब है। बुखार की दवाओं की कमी है और ऑक्सीजन टैंक खाली हैं। अभी तो यह शुरुआत है।
Overflowing hospital morgues—Fever meds shortage, oxygen tanks EMPTY, 🏥 overwhelmed, blood shortage, death tolls soaring among elderly ==>lots of body bags—even at a top Beijing hospital too. Worsening #COVID19 yet to come. But still 0 official deaths.
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 24, 2022
🧵pic.twitter.com/Zy7TtidU8U
बीजिंग से 70 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित चीन के औद्योगिक प्रांत हेबेई के बाझोउ शहर में काउंटी अस्पताल के बाहर एक बुखार क्लिनिक के बाहर याओ रुयान नामक महिला बेचैनी के साथ चहल-कदमी करती दिखी। उनकी सास कोविड-19 से संक्रमित हैं और उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है, लेकिन सभी अस्पताल करीब-करीब भरे हुए हैं।
वह अपने फोन पर चीखते हुए कहती हैं, ‘‘यहां कोई बिस्तर नहीं है।’’ इसी तरह चीनी शहर के शवदाह गृहों में भी शवों की भरमार है। चीन पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 की लहर से जूझ रहा है और बीजिंग के दक्षिण पश्चिम में स्थित छोटे शहरों और कस्बों में स्थित अस्पतालों के आपात वार्ड जरूरत से ज्यादा भरे हुए हैं।
4) Chinese govt’s own chief epidemiologist says the worst is yet to come. And workers moving dead bodies in the video say they are all COVID deaths. Crematoriums also are overloaded. https://t.co/4x8zZojKbK
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 24, 2022
गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) से एंबुलेंस लौट रही हैं, तो मरीजों के बेचैन रिश्तेदार बिस्तरों की तलाश कर रहे हैं। बिस्तरों की कमी के कारण अस्पताल की बेंच और फर्श पर मरीजों को लिटाना पड़ रहा है। याओ की बुजुर्ग सास एक हफ्ते पहले कोविड-19 से संक्रमित हुई थीं, लेकिन स्थानीय अस्पताल ने कोविड मरीज नहीं लेने की बात कहकर उन्हें पड़ोस की काउंटी में भेज दिया, लेकिन वहां भी उन्हें अस्पताल मरीजों से भरे मिले और उनकी सास को जगह नहीं मिली।
पिछले दो दिनों में एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के पत्रकारों ने हुबेई प्रांत के बाओडिंग और लांगफांग स्थित छोटे शहरों और कस्बों के पांच अस्पतालों और दो शवदाह गृहों का दौरा किया। चीन में गत नवंबर-दिसंबर में प्रतिबंधों में ढील देने के बाद कोविड-19 के अधिक प्रसार वाले क्षेत्रों में यह इलाका भी शामिल था।
4) Chinese govt’s own chief epidemiologist says the worst is yet to come. And workers moving dead bodies in the video say they are all COVID deaths. Crematoriums also are overloaded. https://t.co/4x8zZojKbK
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) December 24, 2022
एक कर्मचारी के अनुसार, झूझोउ शवदाह गृह में शवदाह का काम अधिक समय तक चल रहा है, क्योंकि पिछले सप्ताह मौतों में वृद्धि से निपटने में श्रमिकों को जूझना पड़ रहा है। अंतिम संस्कार के काम में लगे एक कर्मचारी ने अनुमान लगाया कि वह एक दिन में 20-30 शव जला रहा है, जबकि कोविड-19 उपायों में ढील दिए जाने से पहले यह संख्या केवल तीन-चार तक सीमित थी।
एपी के पत्रकारों ने पाया कि वहां तीन एंबुलेंस और दो वैन शवों को उतार रही हैं। अंतिम संस्कार का सामान बेचने वाली एक दुकान के कर्मचारी झाओ योंगशेंग ने कहा, ‘‘यहां बहुत से लोग मर रहे हैं। वे दिन-रात काम कर हैं, लेकिन वे सभी को नहीं जला पा रहे हैं।’’
विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि अगले साल चीन में 10 से 20 लाख लोगों की मौत होगी। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बीजिंग के गणना करने के तरीके को लेकर आगाह किया है कि इससे मृतकों की असल संख्या कम हो जाएगी।
(इनपुट एजेंसी)