Coronavirus: दुनिया भर में 1.98 लाख से अधिक की मौत, कुल केस 28.54 लाख, यूरोप में मृतकों की संख्या 1.20 lakh
By भाषा | Published: April 25, 2020 07:22 PM2020-04-25T19:22:40+5:302020-04-25T19:22:40+5:30
विश्व भर में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। दुनिया भर में मरने वाले की संख्या लगभग 2 लाख के करीब है। दिसंबर 2019 में सबसे पहले यह मामला आया था।
पेरिसः दुनिया भर में कोरोना वायरस से एक लाख 98 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिसमें करीब दो-तिहाई यूरोप में हुई है। एएफपी का यह आंकड़ा आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है।
यह वायरस पहली बार पिछले वर्ष दिसम्बर में चीन में सामने आया था। आंकड़े के मुताबिक दुनिया भर में अभी तक एक लाख 98 हजार 496 लोगों की मौत हो चुकी है और 28 लाख 54 हजार 892 लोग संक्रमित हुए हैं। यूरोप में कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या एक लाख 20 हजार के पार पहुंच गई है। इनमें से इस महामारी से ज्यादातर लोगों की मौत इटली, फ्रांस, स्पेन और ब्रिटेन में हुई है।
आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर शनिवार को एएफपी द्वारा की गई गणना के अनुसार इस महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित यूरोप महाद्वीप में 1,20,140 लोगों की मौत हुई है और इसके 13,44,172 मामले सामने आये है। इटली में कोरोना वायरस से सबसे अधिक 25,969 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद स्पेन में 22,902, फ्रांस में 22,245 और ब्रिटेन में 19,506 लोगों को इस वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। एएफपी देवेंद्र पवनेश पवनेश
स्पेन में कोरोना वायरस से 378 और लोगों की मौत
स्पेन में कोरोना वायरस से शनिवार को 378 और लोगों की मौत हो गई। सरकार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में चार सप्ताह में कोरोना वायरस से एक दिन में मृतकों की यह सबसे कम संख्या है। स्पेन में इस महामारी से मरने वाले लोगों की कुल संख्या 22,902 पहुंच गई है। दुनिया में अमेरिका और इटली के बाद स्पेन इस वायरस से तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है।
दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की एक चौथाई संख्या अमेरिका में
दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों में से एक चौथाई लोगों की मौत अमेरिका में हुई है और संक्रमण के एक तिहाई से अधिक मामले अमेरिका में सामने आए हैं। शुक्रवार को आए ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली। नवंबर में चीन के वुहान शहर से शुरू हुई कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से अभी तक दुनियाभर में 1,95,000 लोगों की मौत हो चुकी है और 27 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। ‘जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय’ के अनुसार अमेरिका इस संक्रामक रोग से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
देश में 9.2 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं और शुक्रवार तक मरने वाले लोगों की संख्या 51,000 पर पहुंच गई। अमेरिका में कोविड-19 के मामले छह देशों स्पेन (2,19,764), इटली (1,92,994), फ्रांस (1,59,495), जर्मनी (1,54,545), ब्रिटेन (1,44,635) और तुर्की (1,04,912) के कुल मामलों से भी अधिक है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में इस वायरस से सबसे अधिक 17,671 लोगों की मौत हुई और 2,71,890 लोग संक्रमित पाए गए। हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि अमेरिका में संक्रमण का बुरा दौर बीत चुका है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस पर अपने नियमित व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘देशभर में संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है।’’
उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में 38 प्रतिशत जांच रिपोर्ट में संक्रमण के मामले सामने आए थे, इस हफ्ते यह संख्या गिरकर 28 प्रतिशत रह गई। न्यूयॉर्क में एक हफ्ते पहले के मुकाबले अब नए मामले मामलों में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है और समान अवधि में मरने वाले लोगों की संख्या 40 प्रतिशत तक कम हो गई है। ट्रंप ने कहा कि नए मामलों की संख्या में गिरावट के परिणामस्वरूप आधे राज्यों ने अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इससे एक दिन पहले कैलिफोर्निया, मिनेसोटा और टेनेसी ने कुछ क्षेत्रों में काम फिर शुरू करने की अतिरिक्त योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम हर अमेरिकी से सतर्कता बरतने और साफ-सफाई रखने, सामाजिक दूरी बनाने और चेहरे को ढककर रखने के लिए कहते हैं।
हम अपने देश को फिर से खोल रहे हैं। यह देखना काफी उत्साहजनक होगा।’’ इस बीच, पहली बार ट्रंप ने कोरोना वायरस कार्यबल के संवाददाता सम्मेलन को पत्रकारों के सवालों का जवाब दिए बगैर खत्म कर दिया। व्हाइट हाउस के चार अधिकारियों और व्हाइट हाउस के करीबी रिपब्लिकनों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलनों का तरीका बदलने को लेकर चर्चा हुई जिसमें राष्ट्रपति की भूमिका को कम करने की बात उठी।
यह संवाददाता सम्मेलन आमतौर पर एक घंटे से अधिक समय तक चलता था और ट्रंप पत्रकारों के सवालों का जवाब देते थे। ट्रंप उन खबरों को लेकर गुस्सा थे जो एक दिन पहले के संवाददाता सम्मेलन में की गई उनकी इस टिप्पणी के बारे में थीं कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगों को कीटाणुनाशक इंजेक्शन लगाना मददगार होगा। इस सुझाव पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह खतरनाक है और डेमोक्रेट्स ने भी इसकी तीखी आलोचना की।