चीन से निकलकर कोरोना वायरस ने अब दुनिया के सैकड़ों देशों के लोगों को अपने गिरफ्त में ले लिया है। अमेरिका में कोरोनो वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अमेरिका में अब तक 12 राज्यों में 69 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो गई है। इसके अलावा, सोमवार तक 3774 कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि यहां हो गई थी।
अमेरिका में इस बीमारी को और अधिक फैलने की संभावनाएं हैं। ऐसे में खबर आ रही है कि इससे बचने के लिए अमेरिकी लोगों में बंदूकें और गोला-बारूद खरीदने की होड़ मची हुई है। यह सोचना वाली बात है कि किसी बीमारी से लड़ने के लिए दवा की जरूरत होगी, खाने-पीने और चिकित्सा संसाधनों की जरूरत होगी। लेकिन, अमेरिकी लोग बंदूक क्यों खरीद रहे हैं? यदि आपके मन में भी इस तरह का सवाल उठ रहा है तो आइये जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?
Queues to buy guns in LA 😳Buyers tell me they’re scared of what will happen if people run out of food and supplies, and they need to protect their families. We’re live on @TheTodayShow as #coronavirus panic hits LA. pic.twitter.com/2KqGPZfNo4— Amelia Adams (@AmeliaAdams9) March 15, 2020
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में जिस हिसाब से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है, उसी हिसाब से यहां बंदूक और हथियारों की बिक्री में भारी वृद्धि देखी गई है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है जिसमें यहां बड़ी तादात में अमेरिकियों को बंदूकों की खरीद-फरोख्त करते देखा जा सकता है। दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हुईं हैं।
ऑनलाइन गोला बारूद खरीदने के बारे में लॉस एंजेल्स टाइम्स ने बताया कि 23 फरवरी के बाद हथियारों की बिक्री में काफी वृद्धि हुई है। इस समय कोरोना वायरस के प्रकोप का सर्वाधिक बड़ा केंद्र इटली में था। अब यूरोप केंद्र बन गया है। खबर की मानें तो कुछ खरीदारों का मानना है कि उन्हें डर है कि कामबंदी के हालात में देश में जरूरी वस्तुओं की कमी आ सकती है। इससे भोजन, दवा आदि के लिए लूटपाट मच सकती है। ऐसी स्थिति में परिवार की सुरक्षा के लिए हथियार ही विकल्प होंगे।
यही नहीं एक अन्य डर हथियार के खरीददारों के मन में समाया हुआ है। यह को डर है कि सरकार की आपातकालीन शक्तियां बंदूक खरीदने के उनके अधिकार को प्रतिबंधित कर सकती हैं। वहीं, कुछ एशियाई-अमेरिकियों ने खुद को संक्रमण के मद्देनजर संभावित नस्लवादी हमलों से बचाने के लिए हथियार खरीदे हैं। हथियार की बात छोड़ भी दें तो देशभर के सुपर मार्केट में आवश्यक वस्तुएं जुटाने के लिए हजारों अमेरिकियों का सैलाब देखा जा सकता है। इनमें टॉयलेट रोल, सैनिटाइजर और मास्क जैसी वस्तुओं की कमी के कारण लोगों में झगड़े भी हो रहे हैं। ज्यादा मात्रा में खरीदारी नहीं करने दी जा रही है।
इसके अलावा, लोगों को यह भी लग रहा है कि देश में जब वस्तुओं की कमी होगी, तो अपराध बढ़ेंगे। ऐसे में अपने घर परिवार व लोगों की सुरक्षा उन्हें खुद ही करनी होगी।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों लोगों से अपील की है कि वे किराने और अन्य जरूरी सामान खरीदने को लेकर हाय-तौबा नहीं मचाएं। जरूरी वस्तुओं का अनावश्यक संग्रह न करें। वहीं, आर्थिक मंदी के आसन्न खतरे को देखते हुए फेडरल रिजर्व ने अपने निर्देशित ब्याज दर को घटाकर लगभग शून्य कर दिया है।