गुस्ताखी से बाज नहीं आया चीन! अरुणाचल बॉर्डर पर चुपके से बनाया निगरानी पोस्ट, तस्वीर से हुआ खुलासा
By खबरीलाल जनार्दन | Updated: March 31, 2018 20:54 IST2018-03-31T20:54:05+5:302018-03-31T20:54:05+5:30
डोकलाम सीमा पर भले चीन ने ऊपरी तौर समझौते की घोषणा कर दी हो, लेकिन वह सीमा पर गुस्ताखी करने से बाज नहीं आ रहा।

गुस्ताखी से बाज नहीं आया चीन! अरुणाचल बॉर्डर पर चुपके से बनाया निगरानी पोस्ट, तस्वीर से हुआ खुलासा
नई दिल्ली, 31 मार्चः पिछले साल डोकलाम मामले पर भारत चीन में युद्ध होते-होते बचा था। तब चीन ने आगे बढ़कर समझौता किया था। लेकिन भारत के साथ चीन की गुस्ताखियां कम नहीं हो रही हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से शनिवार को जारी की गई तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं पर गैरजरूरी रूप से निगरानी पोस्ट बना ली है।
चीन की ये निगरानी पोस्ट पूरी तरह से तकनीकी से लैस है। इतना ही नहीं पोस्ट को देश से जोड़ने के लिए चीनी सेना ने दूरसंचार टावर भी गाड़ लिए हैं। जानकारी के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के किबिथू के पास चीन की टाटू की सीमा में चीन ने अपने निगरानी पोस्ट तैयार किए हैं। तस्वीरों में वहां के टेलीकम्युनिकेशन टावर और सर्विलांस यंत्रों से लैस ऑब्जर्वेशन पोस्ट को साफ देखा जा सकता है।
#Chinese telecommunications tower and observation post with surveillance equipment, a part of their infrastructure in #Tatu, which is on the other side of #ArunachalPradesh's Kibithu. pic.twitter.com/I0PAmh0ZHo
— ANI (@ANI) March 31, 2018
चीन में लापता दर्ज किए गए भारतीय व्यक्ति का पता चला, वह कल लौटेंगे
कारोबार के सिलसिले में यात्रा के दौरान मध्य चीन में लापता हुए एक भारतीय व्यक्ति का पता लगा लिया गया है और उनके कल मुंबई लौटने की उम्मीद है। उनके परिवार के सदस्यों ने आज यह जानकारी दी।
दक्षिण मुंबई के डोंगरी निवासी तबरेज अकबरली बाना जेवरात के कारोबार के सिलसिले में चीन के झेंगियांग प्रांत गए थे। भुगतान के एक विवाद को लेकर स्थानीय कारोबारियों ने उन्हें कथित तौर पर अगवा कर लिया था।
शंघाई स्थित भारतीय अधिकारियों ने चीन सरकार से मंगलवार को उनके बारे में ब्योरा मांगा था। बाना के ससुर जिगर अब्बास(53) ने पीटीआई भाषा को बताया कि यह गलत पहचान का मामला है। स्थानीय कारोबारियों ने बाना को एक अन्य व्यक्ति समझ लिया जिनके साथ भुगतान को लेकर उनका विवाद था।
गौरतलब है कि वह 23 मार्च को यीवु के एक बाजार से लापता हो गए थे। उस दिन से उनसे फोन पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा था।
(भाषा के इनपुट के साथ)