ताइवान की सीमा में घुसे चीनी विमान और युद्धपोत, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्रैक किया
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 19, 2023 03:42 PM2023-03-19T15:42:09+5:302023-03-19T15:45:23+5:30
चीन वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को अपने देश का हिस्सा मानता है। दूसरी तरफ ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। 73 साल से दोनों देशों के बीच इसी बात को लेकर टकराव चल रहा है। चीन कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुका है कि ताइवान चीन का हिस्सा है।

ताइवान की सीमा के पास पहुंचे चीनी विमान
नई दिल्ली: ताइवान की समाचार एजेंसी ताइवान न्यूज ने बताया है कि 19 मार्च को कम से कम 26 चीनी सैन्य विमानों और चार नौसैनिक जहाजों को राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी), ताइवान द्वारा ट्रैक किया गया। एमएनडी के अनुसार चार चेंगदू J-10 लड़ाकू विमान, चार शेनयांग J-16 लड़ाकू विमान, एक CH-4 टोही ड्रोन, और एक हार्बिन BZK-005 टोही ड्रोन ने ताइवान स्ट्रेट मध्य रेखा को पार किया। एक टोही ड्रोन ने भी ताइवान के दक्षिणी किनारे पर उड़ान भरी।
चीन की इस हरकत का जवाब देने के लिए ताइवान ने भी अपने ताइवान ने पीएलए विमान और जहाजों की निगरानी के लिए विमान, नौसैनिक नौकाएं और जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें भेजकर जवाबी कार्रवाई की। ताइवान के मंत्रालय ने कहा कि ताइवानी सेना और रक्षा कवच ने चीनी विमानों की हलचल देखते हुए फौरन अपने वायु सेना को अलर्ट भेजा और वायु अतिक्रमण के क्षेत्रों की हवाई निगरानी की।
ये पहली बार नहीं है जब चीन के लड़ाकू विमान और नौसेनिक पोतों ने ताइवान की सुरक्षा चिंताओं को दरकिनार करते हुए धौंस दिखाने के लिए ऐसी हरकत की हो। चीन की तरफ से अक्सर ऐसी गतिविधियां की जाती हैं। सिर्फ इसी महीने चीन ने अब तक 67 नौसैनिक जहाजों और 266 सैन्य विमानों को ताइवान भेजा है।
बता दें कि चीन वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को अपने देश का हिस्सा मानता है। दूसरी तरफ ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। 73 साल से दोनों देशों के बीच इसी बात को लेकर टकराव चल रहा है। चीन कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुका है कि ताइवान चीन का हिस्सा है। चीन ने कहा है कि हम शांतिपूर्ण तरीके और पूरी ईमानदारी से एकीकरण चाहते हैं। हालांकि हम ऐसा कोई वादा नहीं कर रहे कि सेना का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हर जरूरी कदम उठाने का अधिकार हमारे पास है।