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60 साल में पहली बार घटने जा रही है चीन की आबादी, 2029 तक चीनी जनसंख्या 1.44 बिलियन हो जाएगी

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 30, 2022 21:01 IST

चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि बीते चार दशकों में चीन की आबादी 660 मिलियन से बढ़कर 1.4 बिलियन हो गई है, वो साल 1959-1961 के भीषण अकाल के बाद पहली बार कम होने की राह पर है।

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ठळक मुद्देचीन की जनसंख्या 2021 में 1.41212 बिलियन से बढ़कर केवल 1.41260 बिलियन रहीइसका श्रेय चीन की सख्त परिवार नियोजन योजनाओं को दिया जा रहा हैमौजूदा वक्त में दुनिया की कुल आबादी का छठा हिस्सा चीन में निवास करता है

बीजिंग: दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश चीन की जनसंख्या वृद्धि सिकुड़ने वाली है। यह बात चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आकंड़ों से सामने आयी है। मौजूदा वक्त में दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा चीन में निवास करता है।

जनसंख्या वृद्धि कम होने की जानकारी देते हुए ब्यूरो ने कहा बीते चार दशकों में चीन की आबादी 660 मिलियन से बढ़कर 1.4 बिलियन हो गई है, वो साल 1959-1961 के भीषण अकाल के बाद पहली बार कम होने की राह पर है।

चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों बताते हैं कि चीन की जनसंख्या 2021 में 1.41212 बिलियन से बढ़कर केवल 1.41260 बिलियन रही। जनसंख्या वृद्धि में 480,000 की रिकॉर्ड कमी दर्ज की गई है। इसका श्रेय चीन की सख्त परिवार नियोजन योजनाओं को दिया जा रहा है।

शोध में यह बात भी सामने आयी है कि चीन में 80 के दशक के अंत में कुल प्रजनन दर (प्रति महिला जन्म) 2.6 थी। जबकि साल 1994 में यह 1.6 और 1.7 के बीच रही। साल 2020 में कुल प्रजनन दर घटकर 1.3 पर पहुंच गई और साल 2021 में सिर्फ 1.15 पर ठहर गई। वहीं ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में कुल प्रजनन दर प्रति महिला 1.6 जन्म है।

कहा जा रहा है कि साल 2016 में चीन ने जनता से एक बालक नीति को छोड़ने और पिछले उसे तीन बालत की नीति में परिवर्तित करते हुए नियमों में संशोधन किया लेकिन उसके बावजूद जनसंख्या वृद्धि की दर कम रही।

ऐसा इसलिए क्योंकि चीनी महिलाएं सरकार से मिले प्रोत्साहन के बाद भी बच्चे पैदा करने के प्रति उदासीन हैं। चीन ने 1980 के बाद जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए देश में केवल एक बच्चा पैदा करने की इजाजत दी थी।

चीन की गिरती हुई जनसंख्या के बारे में जानकारी देते हुए शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज का कहना है कि साल 2021-22 में अकाल के बाद पहली बार एक हजार में 0.49 की गिरावट आई है।

इससे पहले साल 2019 में चाइना एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज ने उम्मीद की थी कि साल 2029 में चीन की जनसंख्या 1.44 बिलियन हो जाएगी। वहीं संयुक्त राष्ट्र की 2019 की जनसंख्या संभावना रिपोर्ट ने बताया था कि 2031-32 में चीन की आबादी 1.46 बिलियन को पार कर जाएगी।

शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज टीम ने 2021 के बाद 1.1 फीसदी की वार्षिक औसत गिरावट की भविष्यवाणी की थी, जो चीन की आबादी को 2100 में 587 मिलियन तक ले जाएगी, जो आज की तुलना में आधे से भी कम है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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