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लेह में अपाचे व T-90 टैंक की तैनाती से परेशान हुआ चीन, ग्लोबल टाइम्स ने कार्रवाई की दी धमकी

By अनुराग आनंद | Updated: July 8, 2020 19:24 IST

सीमा पर तनाव कम करने के लिए भले ही चीन ने सेना को पीछे करने की बात कही हो लेकिन भारत पूरी तरह से भरोसा करने के बजाय अलर्ट है। यही वजह है कि भारतीय वायुसेना सीमा पर हालात का जायजा ले रही है।

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ठळक मुद्देचीनी अखबार ने कहा भारत को जवाब देने के लिए उसके मल्टिपल रॉकेट लॉन्‍चर, तोपें, एंटी टैंक मिसाइल आदि तैनात हैं।चीन के सरकारी अखबार ने कहा कि भारत को चीन के उकसावे के लिए कोई फैसला नहीं लेना चाहिए।चीन व भारत ने सीमा पर तनाव को कम करने का फैसला लिया है, जिसके तहत कई पोस्ट से चीनी सेना पीछे हटे हैं।

नई दिल्ली: भारत व चीन सीमा पर जारी तनाव अब भले ही कम होने लगा हो लेकिन भारतीय सेना ड्रैगन पर पूरी तरह से विश्वास करने के लिए तैयार नहीं है। यह वजह है कि बुधवार को भी भारतीय वायु सेना के विमानों ने लद्दाख सीमा पर उड़ान भरकर जायजा लिया। 

एनबीटी की मानें तो लद्दाख सीमा पर भारतीय सेना ने जैसे ही अपाचे व टी-90 जैसे हैवी टैंक को तैनात किया, चीन परेशान हो गया। यही वजह है कि चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सेना द्वारा बॉर्डर पर टैंक व लड़ाकू विमान को तैनात करने को गलत बताया है। चीन ने कहा कि भारतीय सेना के ये फैसले उकसावे वाले हैं, यदि भारतीय सेना ने कुछ ऐसा किया तो बदले में चीन जवाबी कार्रवाई करेगा। 

चीनी सरकारी अखबार ने कहा- पीएलए भी पूरी तरह से तैयार-

बता दें कि चीन के सरकारी अखबार ने भारत पर आरोप लगाया कि भारत लगातार सेना को जुटा रहा है और युद्धाभ्‍यास कर रहा है। चीनी अखबार ने कहा भारत को जवाब देने के लिए उसके मल्टिपल रॉकेट लॉन्‍चर, तोपें, एंटी टैंक मिसाइल, एंटी एयरक्राफ्ट गन, हल्‍के टैंक और अटैक हेलीकॉप्‍टर अपनी उत्‍तर पश्चिमी सीमा में तैनात किए हैं। ये हथियार खास तौर पर ऊंचाई वाले इलाकों में लड़ाई के लिए तैयार किए गए हैं।

चीन के वायदे पर भारत को भरोसा कम, इसलिए सतर्क-

चीन ने भले ही पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में पीछे जाने पर समहति जताई हो लेकिन भारत अब भी सतर्क है। भारतीय वायु सेना ने भी इस परिस्थिति में सतर्कता दिखाते हुए पूर्वी लद्दाख के क्षेत्रों में रात में उड़ान भरी और हर हरकत पर नजर रखी। पूर्वी लद्दाख में मंगलवार देर रात अपाचे, चिनूक समेत वायुसेना के कई विमान उड़ान भरते हुए दिखे। इसके अलावा मिग-29 और सुखोई-30 MKI ने भी चीन बॉर्डर के पास मौजूद एक भारतीय एयरबेस से उड़ान भरी।

मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय वायुसेना हर हालात से निपटने के लिए तैयार है। भारतीय वायुसेना लगातार बॉर्डर पर अभ्यास कर रही है। भारतीय वायुसेना के बेड़े में पिछले ही साल 8 अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टरों ने जगह बनाई थी, जिसके बाद सेना की स्थिति और मजबूत हुई है। अपाचे हेलिकॉप्टर को अमेरिकी कंपनी बोइंग बनाती है।

सीमा पर तनाव को देखते हुए वायु सेना ने दिखाई थी ताकत-

बता दें कि बीते सोमवार को भारतीय वायुसेना ने चीन से सटी सीमा पर ताकत दिखाई थीं। चीन से लगे सीमा पर वायुसेना ने सुखोई-30, एमकेआई और मिग-29 फाइटर प्लेन को पहले ही तैयार कर रखा है। ये विमान पिछले दिनों यहां उड़ान भी भर रही थी। यहां एयरफोर्स के सुखोई Su-30MKI और मिग 29 विमानों के साथ अपाचे हेलिकॉप्टर भी सीमा पर उड़ान भरते नजर आए थे। भारतीय सेना चीन सीमा पर एयर ऑपरेशन कर रही थी। इसी बाद चीन भारत की तैयारी को देखकर चीन परेसान हो गया था। 

बता दें कि पूर्वी-लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की हिंसक झड़प के बाद भारतीय सेना अलर्ट है। इसके बाद ही भारत ने सीमा पर अपने विमान तैनात कर दिए थे। सीमा पर मिग, सुखोई और हरक्युलिस विमान पहले से तैनात थे। लेकिन, अब दोनों ही देशों की सरकारें तनाव को कम करने के लिए अपनी-अपनी सेना को पीछे कर रही है।

टॅग्स :चीनइंडियालद्दाख
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