इस्लामाबाद, 13 मार्च। पाकिस्तान की जांच एजेंसी एफआईए ने संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा है कि, हक्कानी के खिलाफ घोटाले में संलिप्तता पाए जाने पर भ्रष्टाचार विरोधी मंडल ने मामला दर्ज किया है।
एएनआई की खबर के मुताबिक, 2011 में मेमोगेट कांड के सामने आने के बाद पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यापारी मंसूर एजाज ने तत्कालीन अमेरिकी संयुक्त अध्यक्ष के. एडमिरल माइक के लिए हक्कानी से 'सेना विरोधी' ज्ञापन प्राप्त करने का दावा किया था। इसके अलावा, हुसैन पर 7.2 मिलियन डॉलर की गुप्त निधि में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया गया है।
बता दें कि पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय 'मेमोगेट' स्कैंडल में पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुका था। साल 2011 का मेमोगेट विवाद एक ऐसे ज्ञापन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसे कथित तौर पर हक्कानी ने लिखा था। हक्कानी ने इस ज्ञापन में ओसामा बिन लादेन पर छापे के बाद पाकिस्तान में एक सैन्य तख्तापलट को टालने के मद्देनजर ओबामा प्रशासन से मदद मांगी थी।
हक्कानी को पकड़ने के लिए इंटरपोल से रेड वॉरंट जारी करने के लिए कहा गया था। हक्कानी मेमोगेट मामले में अदालत द्वारा पेश होने के आदेश के बावजूद भी पेश नहीं हुए थे। तीन जनवरी 2013 को हक्कानी ने चार दिनों में वापसी का हलफनामा दिया जिसपर अदालत ने उन्हें विदेश जाने की मंजूरी दे दी और वह पाकिस्तान से चले गए।