बांग्लादेश ने NRC को बताया भारत सरकार का आंतरिक मामला, BGB चीफ ने कहा-दोनों देशों के बीच बेहतर समन्वय
By भाषा | Published: December 29, 2019 01:38 PM2019-12-29T13:38:18+5:302019-12-29T13:38:18+5:30
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बताया कि इस्लाम की अगुवाई में बीजीबी का एक शिष्टमंडल अपने समकक्षों से महानिदेशक स्तर की सीमा वार्ता के भारत के दौरे पर है।
बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के प्रमुख ने रविवार को यहां कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) तैयार करने की प्रक्रिया पूरी तरह भारत सरकार का “आंतरिक मामला” है और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय है।
बीजीबी के महानिदेशक मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बल भारत में अवैध लोगों के प्रवेश को रोकना जारी रखेगा। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बताया कि इस्लाम की अगुवाई में बीजीबी का एक शिष्टमंडल अपने समकक्षों से महानिदेशक स्तर की सीमा वार्ता के भारत के दौरे पर है।
एनआरसी मुद्दे पर टिप्पणी मांगे जाने पर उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह भारत सरकार का आंतरिक मामला है।” महानिदेशक से जब बांग्लादेश समेत तीन देशों से धार्मिक प्रताड़ना झेलने वाले गैर मुस्लिमों को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता देने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
संसद से सीएए पारित होने के बाद भारत में हो रही घटनाओं पर टिप्पणी करने के लिए कहे जाने पर बीजीबी प्रमुख ने कहा, “मैं कहूंगा कि दोनों बलों (बीएसएफ और बीजीबी) के बीच समन्वयन एवं संबंध बहुत अच्छे हैं।”
पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बीजीबी सैनिक द्वारा एक जवान की हत्या किए जाने को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में बीजीबी के डीजी ने कहा यह, “दुखद, अनुचित और अनपेक्षित’’ घटना थी। उन्होंने कहा, “जांच अब भी जारी है...हम जरूरी कदम उठाएंगे।”
बीएसएफ के महानिदेशक वी के जौहरी ने कहा कि घटना अनपेक्षित एवं दुर्भाग्यपूर्ण थी और “इससे कुछ सबक लेने होंगे।” जौहरी ने कहा, “हम बांग्लादेश से लगने वाली सीमा के पास हुई इस घटना के मद्देनजर विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया तैयार कर रहे हैं।”