Bangladesh crisis: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अराजकता का माहौल जारी है। ढाका स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र में उपद्रवी भीड़ ने आग लगा दी और लूटपाट की। आगजनी के बाद इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र की वीडियो भी सामने आई है। आगजनी के बाद केंद्र पूरी तरह से काला नजर आ रहा है।
अराजकता सिर्फ ढाका तक ही सीमित नहीं है। उपद्रवी शेख हसीना की पार्टी के नेताओं की संपत्ति भी जला रहे हैं। ऐसी ही एक घटना में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा का घर भी फूंक दिया गया। देश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से के खुलना जिले के नरैल निर्वाचन क्षेत्र में उपद्रवियों की एक बड़ी भीड़ ने बांग्लादेश के पूर्व तेज गेंदबाज और कप्तान मुर्तजा के घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। मुर्तजा के घर को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह नरैल-2 निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थे। सड़कों पर बड़े पैमाने पर अराजकता फैली हुई है और सत्ताधारी पार्टी के कई अन्य नेताओं के घरों में भी तोड़फोड़ की गई है।
इस बीच खबर आई है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना को ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने की अनुमति अभी नहीं मिली है। ऐसे में उन्हें बे समय तक भारत में रहना पड़ सकता है।प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद सी-130जे सैन्य परिवहन विमान से सोमवार को हिंडन एयरबेस पर उतरीं हसीना को कड़ी सुरक्षा के बीच एक गुप्त जगह पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधान मंत्री ने अपनी बहन शेख रेहाना के साथ अस्थायी शरण लेने के लिए भारत से लंदन जाने की योजना बनाई थी। रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीकी ब्रिटिश संसद की सदस्य हैं और हैम्पस्टेड और हाईगेट के ट्रेजरी और लेबर सांसद की आर्थिक सचिव हैं।
बता दें कि बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई। स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा की मौत हुई है। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है।
बांग्लादेश में सोमवार को उस समय अराजकता फैल गई, जब शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया और सैन्य विमान से देश छोड़कर चली गईं। हसीना के देश छोड़कर जाने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोगों ने उनके आवास में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में स्थित हसीना के आवास ‘सुधा सदन’ और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की। हसीना की अवामी लीग सरकार के मंत्रियों, पार्टी सांसदों और नेताओं के ढाका और ढाका के बाहर स्थित आवासों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया।