काबुलः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के पश्चिमी हिस्से में गुरुवार को हुए बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई। इस विस्फोट में एक अफगान समाचार एंकर मीना खैरी भी शामिल हैं।
एरियाना न्यूज की महिला एंकर मीना खैरी की विस्फोट में मौत हो गई। विस्फोट में खैरी की मां सहित चार अन्य लोगों की भी मौत हो गई और पत्रकार की बहन और छह अन्य नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए। 23 वर्षीय मीना खैरी 2017 से एरियाना के रेडियो और टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता के रूप में काम कर रही थी।
अफगानिस्तान में पत्रकारों की रक्षा करने वाली समिति के प्रमुख अब्दुल मुईद हाशिमी ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, खैरी पर जानबूझकर हमला किया गया। एरियाना के निदेशक शरीफ हसनयार ने कहा कि अफगान मीडिया हमले से विचलित नहीं होगा।
उन्होंने कहा, "मीना खैरी की शहादत अफगानिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मीडिया गतिविधि में बाधा नहीं बन सकती।" रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने इस सप्ताह कहा कि मार्च 2020 से अब तक अफगानिस्तान में 11 पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की हत्या कर दी गई है।
पुलिस प्रवक्ता फिरदास फरमर्ज ने यह जानकारी दी। अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। यह हमला ऐसे स्थान पर हुआ है, जहां अल्पसंख्यक हजारा जातीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते है। इस समुदाय के अधिकतर लोग शिया मुसलमान हैं। इस इलाके में इस्लामिक स्टेट इसी प्रकार के हमले पहले कर चुका है।
उसने मंगलवार को दो मिनीवैन में हमला किया था, जिनमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी। अफगानिस्तान में शिया मुसलमान अल्पसंख्यक हैं और यहां सुन्नी मुसलमान बहुसंख्यक हैं। इस्लामिक स्टेट ने देश में शिया मुसलमानों के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। इस्लामिक स्टेट ने बुधवार को घोषणा की थी कि उसने मंगलवार को एक बिजली घर पर बम विस्फोट किया, जिसके कारण काबुल में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।