लाइव न्यूज़ :

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर जताया दुख, कहा- हमारी संवेदनाएं...

By भाषा | Updated: June 4, 2023 08:50 IST

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जताया है। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए रेल हादसे में 288 यात्रियों की मौत हो गई।

Open in App

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत में शुक्रवार रात हुए भीषण रेल हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वह भारत में हुए रेल हादसे की खबर से बहुत दुखी हैं। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए रेल हादसे में 288 यात्रियों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक यात्री घायल हो गए।

बालासोर जिले में 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और 12864 बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ।

बाइडन ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं और (प्रथम महिला) जिल (बाइडन) भारत में हुए भीषण रेल हादसे के त्रासदीपूर्ण समाचार से दुखी हैं। हमारी संवेदनाएं इस भयानक घटना में घायल हुए और अपने प्रियजन को खो चुके लोगों के साथ हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के बीच गहरे पारिवारिक एवं सांस्कृतिक संबंध हैं, जो दोनों देशों को एकजुट करते हैं। पूरे अमेरिका के लोग भारतीयों के साथ इस दुख में शामिल हैं।’’

टॅग्स :जो बाइडनअमेरिकारेल हादसाभारत
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

विश्व अधिक खबरें

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?