अमेरिका ने इमरान खान सरकार को गिराने के लिए 'साजिश' वाला पत्र भेजने से किया इनकार, जानें पूरा मामला
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 31, 2022 10:44 IST2022-03-31T10:42:47+5:302022-03-31T10:44:46+5:30
अमेरिका ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें ये कहा गया कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिराने के लिए अमेरिका की ओर से 'साजिश' वाला पत्र भेजा गया था।

अमेरिका ने इमरान खान सरकार को गिराने के लिए 'साजिश' वाला पत्र भेजने से किया इनकार, जानें पूरा मामला
इस्लामाबाद: अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान के तत्कालीन राजदूत को अमेरिका में कोई विशेष संदेश दिए जाने की खबरों का खंडन किया। इसके साथ ही अमेरिका ने ये भी कहा कि अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान के तत्कालीन राजदूत को अमेरिका में कोई विशेष संदेश दिए जाने की खबरों का खंडन किया और कहा कि किसी भी अमेरिकी सरकारी एजेंसी ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर पाकिस्तान को पत्र नहीं भेजा है।
इसके अलावा अमेरिका ने उन आरोपों का भी खंडन किया है, जिसमें कहा गया कि वह इमरान खान सरकार को गिराने की कोशिश कर रहा है क्योंकि वह इमरान खान की हालिया मॉस्को यात्रा को मंजूरी नहीं देता है। बता दें कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रूस गए थे और यहां उनकी मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हुई थी।
डॉन के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसके किसी भी अधिकारी या एजेंसी ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर पाकिस्तान को कोई पत्र नहीं भेजा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने डॉन को बताया, "इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।" इमरान खान ने रविवार को दावा किया था कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव एक "विदेशी साजिश" का परिणाम था और उन्होंने कहा कि उनके पास सबूर पत के तौर पेश करने के लिए एक पत्र है।
अपने पास मौजूद सबूतों का खुलासा करने के दबाव में आकर इमरान खान ने कथित तौर पर कुछ पत्रकारों को पत्र की सामग्री का खुलासा किया। किसी विदेशी सरकार का नाम लिए बिना यह बताया गया कि उस विदेशी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक पाकिस्तानी राजदूत को बताया कि मेजबान देश को इमरान खान की विदेश नीति के साथ समस्या थी, खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद उनकी मॉस्को यात्रा को लेकर।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी राजनयिक को यह भी बताया गया था कि दोनों देशों के बीच संबंध अविश्वास प्रस्ताव के भाग्य पर निर्भर थे।इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान दूतावास ने इन विवरणों का खुलासा करते हुए 7 मार्च को एक केबल भेजा और इसके ठीक एक दिन बाद पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान खान की सरकार को लेकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, "यह अलग से सामने आया है कि यह केबल अमेरिका में पाकिस्तान के तत्कालीन राजदूत असद मजीद ने दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू के साथ उनकी मुलाकात के आधार पर भेजी थी।" डॉन ने कुछ राजनयिक सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिकी अधिकारी और पाकिस्तानी दूत के बीच स्पष्ट आदान-प्रदान अनौपचारिक हो सकता है और यह कुछ मित्र अधिकारियों के सोचने के अलावा कुछ भी नहीं हो सकता है।