काबुल: अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर हुए धमाके को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका दोषियों को नहीं छोड़ेगा। बाइडन ने साथ ही कहा कि उन्होंने पेंटागन को पलटवार करने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
काबुल हवाई अड्डे के पास हुए गुरुवार को दो धमाकों में 12 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने और कई के घायल होने की भी खबरें हैं। इस घटना के कुछ घंटे बाद बाइडन का यह बयान सामने आया है। अमेरिकी सैनिकों के हताहत होने के मामले में अमेरिका के लिए पिछले करीब एक दशक में यह सबसे बुरा दिन था।
इस बर्बर आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) ने ली है और बाइडन ने भी इसकी पुष्टि करते हुए इस आतंकी संगठन के अफगानिस्तान सहयोगी ISIS-K को हमलों के लिए दोषी ठहराया।
हम भूलेंगे नहीं, माफ नहीं करेंगे: बाइडन
बाइडन ने व्हाइट हाउस से संबोधित करते हुए कहा, 'हम माफ नहीं करेंगे, हम नहीं भूलेंगे। हम तुम्हें खोजगें और तुम्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।'
बाइडन ने साथ ही कहा कि अमेरिकी और अन्य लोगों की अफगानिस्तान से निकासी जारी रहेगी। बाइडन ने अगले मंगलवार (31 अगस्त) तक अमेरिका के अफगानिस्तान से निकलने के लक्ष्य में बदलाव का कोई संकेत नहीं दिया। कम से कम 1000 अमेरिकी और कई अन्य अफगान अभी भी काबुल से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बाइडन ने कहा, 'मैंने अपने कमांडरों को आईएसआईएस-के की संपत्ति, नेतृत्व और मिल रही सुविधाओं पर हमला करने के लिए योजना विकसित करने का आदेश दिया है। हम अपने समय पर और हमारे द्वारा चुने गए स्थान और सटीकता के साथ जवाब देंगे।'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अभी इस बात का कोई सबूत नहीं है कि आईएसआईएस-के की तालिबान के साथ मिलीभगत है।
काबुल में हमले में कम से कम 11 अमेरिकी नौसैनिकों की मौत
बता दें कि काबुल हवाई अड्डे के बाहर बम धमाकों के बाद गुरुवार को व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ इजराइल के नए प्रधानमंत्री की पहली बैठक का कार्यक्रम टाल दिया और अफगान शरणार्थियों के विषय पर गवर्नरों के साथ होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया था।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए धमाके के बाद, व्हाइट हाउस को राष्ट्रपति के कार्यक्रम में फेरबदल करना पड़ा था। गौरतलब है कि काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है।
अमेरिका के दो अधिकारियों के मुताबिक हमले में 11 अमेरिकी नौसैनिकों और नौसेना का एक चिकित्साकर्मी भी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि हमले में 12 और सेवारत कर्मी घायल हुए है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।