अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक इतना बढ़ गया है कि अब वहां की सरकार में पदस्थ बड़े अधिकारी सरेंडर कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के हेरात में जमकर आतंक फैलाया और अब यहां उसका कब्जा हो गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबानी आतंकियों के सामने हेरात के कई उच्च अधिकारियों ने घुटने टेकते हुए आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमें राज्यपाल, पुलिस प्रमुख और एनडीएस कार्यालय के प्रमुख के अलावा मुजाहिदीन के पूर्व नेता मोहम्मद इस्माइल खान और सुरक्षा के लिए आंतरिक उप मंत्री सहित 207 जफर कॉर्प्स कमांडर सहित सभी सरकारी अधिकारियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है.
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को खबर आई थी कि, तालिबान ने अफगानिस्तान के हेरात में भी अपना आतंक फैलाना शुरू कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट ने दावा करते हुए कहा था कि, तालिबानी आतंकियों ने हेरात स्थित पुलिस हेडक्वाटर पर कब्जा कर लिया है. वहीं दूसरी ओर तालिबानियों ने जेल में बंद एक हजार खूंखार अपराधियों को भी जेल से छुड़ा लिया है.
गौरतलब है कि तालिबान पहले ही कंधार पर अपना कब्जा जमा चुका है. इसके अलावा अफगानिस्तान और ईरान की सीमा से सटे इस्लाम-काला क्षेत्र पर भी तालिबान का कब्जा हो गया है. इस्लाम काला क्षेत्र अफगानिस्तान और ईरान के बीच एक प्रमुख व्यपारिक क्षेत्र है जिस पर तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है.
इतना ही नहीं तालिबानी आतंक के चलते अब तक डेढ लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं. वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंधार के 22 हजार परिवार ऐसे हैं जिन्होंने आतंक के चलते मजबूरीवश पलायन कर लिया है. यहां लोग कैंप, खुले मैदानों और पार्कों में रहने के लिए मजबूर हैं. वहीं बीते दिनों अफगान ने भारत सहित दुनिया के तमाम देशों से सैन्य मदद की अपील की थी जिस पर भारत ने मदद का भरोसा जताया था. वहीं खबर ये भी भारत ने अफगानिस्तान को दोस्ती स्वरूप एक लडाकू हेलिकॉप्टर गिफ्ट किया था. इस लड़ाकू हेलिकॉप्टर पर भी तालिबानी आतंकियों ने कब्जा कर लिया है.