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तुर्की में तबाही के बीच फिर आया 5.5 तीव्रता का भूकंप, अबतक 100 से ज्यादा महसूस किए जा चुके झटके; 4,372 की मौत

By अनिल शर्मा | Updated: February 7, 2023 10:55 IST

 बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। अभियान में जुटे बचावकर्मी बड़ी सावधानी से कंक्रीट के पत्थर और लोहे की छड़ों को हटा रहे हैं, ताकि मलबे में यदि कोई भी जीवित बचा हो तो उसे सुरक्षित निकाला जा सके।

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ठळक मुद्देतुक्री के मध्य अनातोलिया क्षेत्र में स्थित गोलबासी शहर में मंगलवार भूंकप के झटके महसूस किए गए।रिएक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है।सोमवार आए भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। 

अंकारा: तुर्की  और पड़ोसी देश सीरिया में सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में तबाही के बीच मध्य अनातोलिया क्षेत्र में स्थित गोलबासी शहर में मंगलवार फिर भूंकप के झटके महसूस किए गए। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, रिएक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है। स्थानीय समयानुसार सोमवार सुबह दक्षिणी तुर्की में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद से 4.0 या इससे अधिक तीव्रता के कम से कम 100 झटके महसूस किए जा चुके हैं।

गौरतलब है कि सोमवार आए भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों (4,372) की मौत हो गई है। वहीं सीरिया और तुर्की में घायलों की कुल संख्या 15,914 तक पहुंच गई है। अधिकारियों को आशंका है कि सोमवार भोर से पहले आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है। बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। अभियान में जुटे बचावकर्मी बड़ी सावधानी से कंक्रीट के पत्थर और लोहे की छड़ों को हटा रहे हैं, ताकि मलबे में यदि कोई भी जीवित बचा हो तो उसे सुरक्षित निकाला जा सके।

भूकंप का केंद्र तुर्की के शहर गजियांतेप से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर था। भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने शॉपिंग मॉल, स्टेडियम, मस्जिद और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एर्दोआन को फोन किया और संकट की इस घड़ी में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी तुर्की के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा सहायता की पेशकश की।

व्हाइट हाउस ने कहा कि वह तुर्की के प्रयासों में मदद के वास्ते खोज एवं बचाव दल भेज रहा है। वहीं भारत ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राहत सामग्री के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और चिकित्सा दलों को तुर्की गणराज्य की सरकार के समन्वय से तुर्की भेजा गया है।

भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को ट्वीट किया कि एक सी-17, एक रणनीतिक परिवहन विमान, "राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की खोज और बचाव दल को लेकर तुर्की के लिए रवाना हुआ।" भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने ट्वीट करते हुए लिखा, "NDRF खोज और बचाव दल, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप राहत सामग्री का पहला जत्था तुर्की के लिए रवाना हुआ। "

टॅग्स :तुर्कीभूकंप
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