रेप विक्टिम के लिए काम करने वाले डेनिस मुकवेज और इराक की नादिया मुराद को मिला शांति का नोबेल
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: October 5, 2018 03:25 PM2018-10-05T15:25:46+5:302018-10-05T15:37:36+5:30
Denis Mukwege & Nadia Murad won Nobel Peace Prize 2018: शांति के क्षेत्र में काम करने के लिए 2018 शांति को नोबेल पुरस्कार डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को संयुक्त रूप से दिया जाएगा।
नोबेल का शांति पुरस्कार इस साल कॉन्गो के डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को दिया जाएगा। शांति के क्षेत्र में काम करने के लिए 2018 शांति को नोबेल पुरस्कार डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को संयुक्त रूप से दिया जाएगा।
इन दोनों ही दिग्गजों ने युद्ध के दौरान होने वाले यौन हिंसा की रोकथाम के प्रयास किया था , जिसके लिए अब इनको इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह अवार्ड रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज के जरिए दिया जाता है।इसके तहत 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार की राशि ज्यादा से ज्यादा तीन वैज्ञानिकों में साझा की जा सकती है।
BREAKING NEWS:
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2018
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the Nobel Peace Prize for 2018 to Denis Mukwege and Nadia Murad for their efforts to end the use of sexual violence as a weapon of war and armed conflict. #NobelPrize#NobelPeacePrizepic.twitter.com/LaICSbQXWM
जाने कौन हैं मुकवेज और मुराद
मुकवेज कॉन्गो के सर्जन और बुकावु शहर में पनजी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर हैं। ये यौन हिंसा पर रोक लगाने के लिए और लोगों को इससे बचाने के लिए लंबे समय से काम कर रहे हैं।
नादिया मुराद इराक की मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। वह उन हजारों यजीदी लड़कियों में से हैं, जिन्हें आईएसआईएस के आतंकियों ने अगवा कर सेक्स स्लेव बना दिया था। कहते हैं वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर आतंकियों के कब्जे बच निकली थीं। 2016 में अमेरिकी कांग्रेस के सामने अपने भाषण में उन्होंने अमेरिका से आईएस को खत्म करने की अपील की थी। अब वह लोगों की मदद के लिए काम कर रही हैं।