ढाका से उच्चायोग के 190 कर्मचारी भारत वापस लौटे, कुछ लोग अभी भी बांग्लादेश की राजधानी में फंसे

By आकाश चौरसिया | Updated: August 7, 2024 11:37 IST2024-08-07T11:13:56+5:302024-08-07T11:37:39+5:30

Bangladesh Unrest: देश में उपजे हालात के बीच वहां फंसे भारतीय उच्चायोग के 190 कर्मियों को भारत वापस बुला लिया है। दूसरी ओर 30 कर्मी अभी भी बांग्लादेश में हैं।

190 High Commission employees returned India from Dhaka some people still stranded Bangladesh | ढाका से उच्चायोग के 190 कर्मचारी भारत वापस लौटे, कुछ लोग अभी भी बांग्लादेश की राजधानी में फंसे

फोटो क्रेडिट- (एक्स)

Highlightsभारतीय उच्चायोग के 190 कर्मियों को बांग्लादेश से वापस भारत बुलायाअभी भी 30 कर्मचारी वहां फंसे हुए हैंहालांकि, राष्ट्रपति ने बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता को अंतरिम सरकार का प्रमुख बना दिया

Bangladesh Unrest: बांग्लादेश और उसकी राजधानी ढाका में माहौल बिगड़ने से वहां स्थित भारतीय उच्चायोग के कर्मियों को एयर इंडिया के विशेष विमान से 190 कर्मचारियों को भारत लाया गया। हालांकि, अभी भी 30 कर्मी वहां फंसे हुए हैं, जिन्हें भारत लाया जाना है। गौरतलब है कि इस समय वहां के हालात को देखते हुए राष्ट्रपति ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस को देश की कमान सौंपी हैं, क्योंकि देश के छात्रों पुरजोर मांग थी कि उन्हें उपजे हालात से निपटने के लिए पद पर आसीन किया जाए। 

अमेरिका के विदेश मामलों के सचिव एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को बांग्लादेश के लोकतंत्र का सम्मान करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता को शुभकानाएं भी दीं। लेकिन, एक रिपोर्ट में ये भी सामने आ रहा है कि देश में उपजे हालात के पीछे कहीं न कहीं अमेरिकी का हाथ है।

ब्लिंकन ने अपनी बात रखते हुए मीडिया से कहा, "अंतरिम सरकार जो भी निर्णय लेती है, उन्हें लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करना होगा, कानून के शासन को बनाए रखना होगा, लोगों की इच्छा को प्रतिबिंबित करना होगा।"

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग, जिन्होंने ब्लिंकन से मुलाकात की और हाल ही में बांग्लादेश का दौरा किया था। उन्होंने सभी पक्षों से हिंसा से बचने का आह्वान किया। वोंग ने एनापोलिस, मैरीलैंड में अमेरिकी नौसेना अकादमी में वार्ता के बाद कहा, "हम सभी पक्षों से तनाव कम करने और सार्वभौमिक अधिकारों का सम्मान करने का आह्वान करते हैं, और हम हाल के हफ्तों में हुई घटनाओं की पूर्ण और स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आग्रह करते हैं।"

दूसरी ओर भारत के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ रहे बांग्लादेशी छात्रों को वहां पर हालात सामान्य होने तक और रहने के लिए अनुमति दे दी है। साथ में ये भी कहा कि आपको अतिरिक्त फीस नहीं देना होगा। 

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, शेख हसीना के बाद उनकी सरकार में शिक्षा मंत्री रहे मोहिबुल हसन चौधरी और सहकारिता मंत्री मोहम्मद ताजुल इस्लाम देश से बाहर चले गए हैं। वहीं, पूर्व वित्त मंत्री अबुल हसन महमूद अली, खेल मंत्री नजमुल हसन पापोन और ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन के मेयर शेख फजले नूर तपोश भी देश छोड़कर चले गए हैं।

Web Title: 190 High Commission employees returned India from Dhaka some people still stranded Bangladesh

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