भारत-चीन सीमा पर पहुंची महिला ने खुद को 'पार्वती' बताकर 'शिव' से शादी करने की इच्छा जताई, पुलिस वालों का भी छूट गया पसीना, जानिए क्यों
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 4, 2022 07:28 PM2022-06-04T19:28:20+5:302022-06-04T19:34:22+5:30
भारत-चीन सीमा पर पहुंची लखनऊ की एक महिला ने खुद को देवी पार्वती होने का दावा करते हुए कहा कि वो कैलाश पर शिव से शादी करने के लिए आयी है। उसे वापस लाने गई पुलिस टीम भी उसके रौद्ररूप से इस कदर खौफजदा हो गई कि उसे लाये बिना ही वापस लौट गई।
दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर खुद को देवी पार्वती का अवतार बताते हुए लखनऊ की एक महिला ने इस तरह से गदर काटा की सीमा पर तैनात भारतीय सुरक्षाबल भी हक्के-बक्के रह गये। जानकारी के मुताबिक महिला ने भारत-चीन सीमा के पास नाभिढांग प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर अपना कब्जा जमा लिया है।
महिला की अजीब-ओ-गरीब ख्वाहिश सुनकर सुरक्षाबलों का जी हलकान हुआ जा रहा है। बताया जा रहा है कि महिला का दावा है कि वो स्वयं में पार्वती का अवतार है और कैलाश मानसरोव में निवास करने वाले शंकर जी से विवाह करने के लिए लखनऊ से वहां पहुंची है।
महिला अपने दावे को लेकर इतनी मुतमइन है कि उसे सीमा स्थित विवादित जगह से हटाने गई पिथौरागढ़ पुलिस भी हाथ जोड़कर वापस चली आयी।
इस मामले में जानकारी देते हुए पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि भारत-चीन सीमा स्थित प्रतिबंधित क्षेत्र में रहने वाली लखनऊ की हरमिंदर कौर को जब पुलिस हटाने गई तो वह पुलिस को धमकी देने लगीं कि अगर उन्हें जबरदस्ती हटाने का प्रयास किया गया तो वह उसी स्थान पर आत्महत्या कर लेंगी।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने हरमिंदर को बहुत समझाने की कोशिश की तो वह कहने लगीं कि वो पार्वती का अवतार हैं और उन्हें प्रभु शिव से मिलने से कोई नहीं रोक सकता है। अगर किसी ने उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की तो वह अपनी जान दे देंगी।
एसपी लोकेंद्र ने कहा कि पुलिस टीम को आत्महत्या की धमकी देकर हरमिंदर ने चुपचाप लौटने पर मजबूर कर दिया। लेकिन चूंकि वो प्रतिबंधित क्षेत्र में हैं, इसलिए जिला पुलिस उन्हें वहां से जबरन हटाने के लिए और भी बड़ी टीम जल्द ही भेजा रही है।
इस मामले में और जानकारी देते हुए पिथौरागढ़ की पुलिस ने बताया कि हरमिंदर कौर उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित अलीगंज इलाके की रहने वाली है। पुलिस को पड़ताल में पता चला है कि महिला धारचूला के एसडीएम से 15 दिन की अनुमति लेकर अपनी मां के साथ दर्शन करने के लिए गुंजी गई थी।
लेकिन बीते 25 मई को उसके 15 दिन की मियाद खत्म हो गई और उशके बाद उसने वापस आने से इनकार कर दिया। इसके बाद पिथौरागढ़ पुलिस मुख्यालय के आदेश पर धारचूला से एक इंस्पेक्टर और दो सब इंस्पेक्टर के साथ पुलिस टीम रवाना की गई, हरमिंदर कौर को वापस लाने के लिए लेकिन पुलिस टीम आत्महत्या की बात सुनकर खाली हाथ लौट आई।
जिला पुलिस के मुताबिक अब हरमिंदर कौर को सुरक्षित वापस लाने के लिए चिकित्सा कर्मियों सहित पुलिस की 12 सदस्यों वाली बड़ी टीम भेजी जा रही है।
हरमिंदर को लाने के लिए गई पुलिस टीम ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वो दावा कर रही है कि वो पार्वती है और गुंजी कैलाश-मानसरोवर में भगवान शिव से शादी करने के लिए आई है।