उत्तर प्रदेश: आगरा में बाल आश्रय में बच्ची पर अत्याचार; अधीक्षिका ने चप्पलों से पीटा, वीडियो वायरल होने पर आरोपी अधिकारी निलंबित
By अंजली चौहान | Published: September 13, 2023 10:37 AM2023-09-13T10:37:39+5:302023-09-13T10:39:53+5:30
वीडियो पर संज्ञान लेते हुए जिला मजिस्ट्रेट ने जिला परिवीक्षाधीन अधिकारी (डीपीओ) को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा से बर्बरता का हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो आगरा के राजकीय बाल गृह का है जिसमें एक महिला अधीक्षिका की हरकत उस वक्त सवालों के घेरे में आई गई वह बिस्तर पर लेटी एक नाबालिग लड़की को बेरहमी से चप्पलों से पीटने लगी।
इस दर्दनाक वीडियो को देख हर कोई दंग रह गया। महिला अधिकारी नाबालिग बच्ची पर बेरहमी से वार करती दिखी जिसने सोशल मीडिया पर यूजर्स को आक्रोशित कर दिया। वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ और लोग इस पर कार्रवाई की मांग करने लगे।
गौरतलब है कि वीडियो सामने आने के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने जिला परिवीक्षाधीन अधिकारी (डीपीओ) को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
In #Agra's govt run children shelterhome (Pachkuiyaan), Poonam Lal, the center superintendent was caught slapping a girl with slippers. Earlier she was booked for abetment to suicide in #Prayagraj district in 2021 after a 15-yr-old girl allegedly killed her self in shelter home pic.twitter.com/JE5V56jR7l
— Arvind Chauhan 💮🛡️ (@Arv_Ind_Chauhan) September 12, 2023
महिला अधिकारी निलंबित
वहीं, महिला कल्याण विभाग ने कार्यवाहक अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है। जानकारी के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट की सिफारिश पर, लखनऊ में महिला कल्याण विभाग के निदेशक ने डीपीओ द्वारा बाल आश्रय का दौरा करने और अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद कार्यवाहक अधीक्षक, पूनम पाल को निलंबित कर दिया है।
मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट के साथ आश्रय गृह का दौरा करने के बाद डीपीओ अजय पाल सिंह ने स्वीकार किया कि बच्चे की इस तरह पिटाई 'स्वीकार्य नहीं' थी।
पिटाई के दौरान लड़की बिस्तर पर पड़ी रही
वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही घटना 4 सितंबर की बताई जा रही है। लड़की बिस्तर पर लेटी रही और गुस्से में दिख रही पूनम पाल ने उसे अपनी ही चप्पलों से पीटा। सिटी मजिस्ट्रेट ने राजकीय बाल गृह का दौरा किया। इस दौरान पूनम पाल ने कहा, “मैंने अपना पक्ष जिला परिवीक्षाधीन अधिकारी (डीपीओ) अजय पाल सिंह को दे दिया है। मेरे पास अब कहने के लिए कुछ नहीं है।"
डीपीओ ने कहा, "मैंने और सिटी मजिस्ट्रेट ने मंगलवार को राजकीय बाल गृह का दौरा किया और पता चला कि लड़की ने अन्य बच्चों के साथ खुद को एक बक्से में बंद कर लिया था ताकि वे छिपे रहें।"
फिलहाल जिला प्रशासन वीडियो के सामने आने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दे रहा है और महिला अधिकारी का निलंबन भी हो गया है।
जांच में सामने आने के बाद अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है। इस बीच, बाल गृह में ही बच्चों के साथ इस तरह की बर्बरता से कई सवाल खड़े हो रहे हैं और सोशल मीडिया पर यूजर्स तरह-तरह के सवाल यूपी प्रशासन से कर रहे हैं।