मुकम्मल हुआ इश्क, लिव इन में 28 साल के बाद 65 साल के व्यक्ति ने 60 साल की महिला से की शादी, नाती-पोते बने बाराती
By अभिषेक पारीक | Published: June 22, 2021 02:48 PM2021-06-22T14:48:31+5:302021-06-22T15:01:09+5:30
उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक शादी की हर कहीं चर्चा है। हो भी क्यों ना ये शादी प्यार के मुकम्मल हो जाने की कहानी को बयां करती है।
उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक शादी की हर कहीं चर्चा है। हो भी क्यों ना ये शादी प्यार के मुकम्मल हो जाने की कहानी को बयां करती है। करीब 28 साल तक लिव इन में रहे एक 65 वर्षीय व्यक्ति ने 60 साल की महिला से शादी की है। इस बुजुर्ग जोड़ी की शादी में उनके नाती-पोतों सहित पूरा गांव शामिल हुआ।
अमेठी के जामो थाना क्षेत्र के खुटहना गांव में 65 साल के मोतीलाल और 60 साल की मोहिनी की शादी हुई। दोनों करीब 28 साल से लिव इन में रिलेशनशिप में थे। रविवार को मोतीलाल के घर पर बड़ी संख्या में रिश्तेदार और गांववाले मौजूद थे।
शादी के कार्ड छपवाए, भोज दिया
इस शादी के लिए बाकायदा मोतीलाल ने कार्ड भी छपवाए थे और मेहमानों के लिए भोज का भी इंतजाम किया गया था। साथ ही ढोलक की थाप पर जमकर नाचना-गाना हुआ। मोतीलाल और मोहिनी ने फेरे लिए और इसके साथ ही दोनों के रिश्ते को धार्मिक मान्यता मिल गई।
इसलिए सालों तक नहीं की शादी
मोतीलाल के मुताबिक, करीब 28 साल पहले वे मोहिनी देवी को अपने साथ लेकर आए थे। हालांकि बच्चों की शादी में दिक्कत नहीं आए इसलिए उन्होंने मोहिनी देवी से शादी नहीं की।उन्होंने कहा कि जब खुद के बच्चों की शादी कर दी तो अब मोहिनी के साथ विवाहकर हमने भी अपना जीवन पूर्ण किया है।
बेटियां शादी से बेहद खुश
मोतीलाल की दो बेटियां प्रिया और सीमा हैं। अपने पिता की शादी में दोनों बाराती बनीं। उन्होंने कहा कि हमें इस शादी में शामिल होकर बहुत अच्छा लगा है। मोतीलाल की पत्नी मोहिनी देवी ने बताया कि वह मकदूमपुर की रहने वाली है। मोतीलाल ने कहा कि समाज ने उन्हें और उनकी पत्नी को अपनाया है। वहीं वैवाहिक रस्में पूरा कराने वाले पंडित तेज राम पांडेय ने बताया कि इनकी शादी नहीं हुई थी। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार बिना विवाह पैदा होने वाली संतान का किया श्राद्ध और तर्पण माता-पिता को नहीं मिलता है। इसलिए दोनों ने इस उम्र में शादी करने का निर्णय लिया।