हैदराबाद दिशा (बदला हुआ नाम) गैंगरेप और हत्याकांड के सभी चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। हैदराबाद रेप के चारों आरोपियों को एनकाउंटर में मारे जाने की घटना पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस को भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए। मायावती ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। यहां (उत्तर प्रदेश) की और दिल्ली की पुलिस को भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से यहां अपराधियों के साथ राज्य के मेहमानों की तरह व्यवहार किया जाता है, यूपी में अब जंगलराज है।' इस बात पर यूपी पुलिस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मायावती को जवाब देते हुए कहा है कि यूपी में जंगलराज नहीं है।
यूपी पुलिस ने एक अंग्रेजी वेबसाइट पर मायावती के बयान की खबर को ट्वीट करते हुए कहा है, यूपी में जंगलराज अतीत की बात है, अब ऐसा नहीं है, क्योंकि इसकी गवाही आंकड़े दे रहे हैं। पिछले 2 वर्षों में 5178 पुलिस की व्यस्तताओं में 103 अपराधी मारे गए और 1859 घायल हुए हैं। 17745 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया या जेल जाने के लिए अपनी खुद की बेल रद्द कर दी है।
यूपी पुलिस ने एक नहीं बल्कि एक ट्वीट के बाद कई ट्वीट किए।
यूपी पुलिस के इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर किया है। कुछ लोग यूपी पुलिस के आकड़ों को गलत बता रहे हैं तो कुछ लोग यूपी पुलिस के समर्थन में हैं।
जानें हैदराबाद एनकाउंटर और हैदराबाद गैंगरेप कांड के बारे में
हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के गैंगरेप और मर्डर के 10 दिन बाद चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर ने पुष्टि करते हुए कहा कि इन लोगों ने उस वक्त भागने की कोशिश की थी, जब इन्हें क्राइम सीन दोहराने के लिए ले वहां ले जाया गया था, जहां पीड़िता के साथ हैवानियत की गई थी। पुलिस कहना है कि आरोपियों ने हथियार छीनकर पुलिस पर फायरिंग करने की। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें ये चारों आरोपी मारे गए। पुलिस के मुताबिक इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कमिश्नर वी सी सज्जनर ने कहा कि यह घटना सुबह 3 बजे से 6 के बीच की है।
चारों आरोपियों में मुख्य आरोपी का नाम मोहम्मद आरिफ है। 26 वर्षीय मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ एक लॉरी ( ट्रक जैसी गाड़ी) चालक था। शिवा (20), एक ट्रक में ड्राइवर और क्लीनर के रूप में काम करता था, जबकि चिंताकुंता (20) और नवीन (20) दूसरे ट्रक में काम करते थे। 27 नवंबर की रात हैदराबाद की 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का गैंगरेप और हत्या कर जला दिया गया था। 28 नवंबर की सुबह हाईवे-44 के एक ब्रिज के नीचे पीड़िता की लाश मिली थी।