रिक्शा चलाने वाले का बेटा बना टॉपर, बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में हासिल किया 96.4 फीसदी नंबर

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 16, 2022 21:00 IST2022-03-16T20:49:59+5:302022-03-16T21:00:31+5:30

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 12वीं कक्षा का परिणाम जारी किया। जिसमें इस बार कुल 80.15 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। गोपालगंज के हजियापुर मोहल्ले रहने वाले संगम ने आर्ट्स में पूरे बिहार में टॉप किया है।

Rickshaw puller's son became topper, got 96.4 percent marks in Bihar board exam | रिक्शा चलाने वाले का बेटा बना टॉपर, बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में हासिल किया 96.4 फीसदी नंबर

रिक्शा चलाने वाले का बेटा बना टॉपर, बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में हासिल किया 96.4 फीसदी नंबर

Highlightsसंगम कुमार ने बिहार बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में 96.4 फीसदी नंबर लाकर टॉप किया हैअभाव में रहते हुए भी संगम ने 500 नंबरों में से 482 नंबर लाकर अपने पिता का नाम रोशन किया हैसंगम के पिता गोपालगंज शहर में ई-रिक्शा चलाकर घर का खर्च चलाते हैं

गोपालगंज: संगम कुमार ने बिहार बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में 96.4 फीसदी नंबर लाकर टॉप किया है। अभाव में रहते हुए भी संगम ने कुल 500 नंबरों में से 482 नंबर लाकर अपने पिता का नाम रोशन किया है, जो गोपालगंज शहर में ई-रिक्शा चलाकर संगम को पढ़ा रहे हैं और साथ ही पूरे घर का खर्च भी चला रहा हैं। 

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बुधवार को 12वीं कक्षा का परिणाम जारी किया। जिसमें इस बार कुल 80.15 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। गोपालगंज के हजियापुर मोहल्ले रहने वाले संगम ने आर्ट्स में पूरे बिहार में टॉप किया है। पिता ई-रिक्शा चलाते हैं, उसके बावजूद पूरी मेहनत और लगन से लक्ष्य पर लगे रहे संगम ने वीएम इंटर कॉलेज से बिहार टॉपर बनकर पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है।

संगम के अलावा आर्ट्स स्ट्रीम में कुल 6 बच्चे टॉप 5 में हैं। इसमें कटिहार की रहने वाली श्रेया दूसरे स्थान पर हैं। जबकि मधेपुरा की रहने वाली रितिका रत्न ने तीसरा स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है। श्रेया को 471 नंबर मिले हैं जबकि रितिका को 470 नंबर मिले हैं।

आर्ट्स विषय से टॉप करने वाले संगम ने कहा कि मुझे बहुत ख़ुशी है कि मैंने अपने पिता की मेहनत को सफल कर दिया है। कोरोना का डर होने के बाद भी मैंने बिहार टॉप किया। पिछले तीन साल से कोरोना हमारा पीछा कर रहा है लेकिन उसके बाद भी हमने मंन लगाकर पढ़ाई की। समय-समय पर शिक्षकों का पूरा सहयोग मिलता रहा। इसलिए हमें इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि कोरोना काल में कभी हमारी पढ़ाई प्रभावित हुई हो।

टॉपर संगम ने कहा कि वह पिता को खुश देखकर वह बहुत खुश है। संगम ने कहा, "मेरे पिता जी ई रिक्शा चलाते हैं। मेरी पढ़ाई के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है और आज मुझे इस काबिल बनाया है। मेराी सपना है कि मैं उनका सारा कर्ज उतारूं और एक बड़ा अधिकारी बनकर उनके सपने पूरा कर सकूं।"

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक इस बार की बोर्ड के इंटर की परीक्षा में कुल 13 लाख 25 हजार 749 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें से 6 लाख 83 हजार 920 छात्र और 6 लाख 41 हजार 829 छात्राएं शामिल थीं।

आर्ट्स में 79.3 फीसदी बच्चे पास हुए हैं। जिसमें 81.28 फीसदी लड़कियां और 76.66 फीसदी लड़के पास हुए हैं। वहीं कॉमर्स में 93.99 फीसदी लड़कियां और 88.12 फीसदी लड़के पास हुए हैं। कुल मिलाकर कॉमर्स में 90.38 फीसदी बच्चे पास हुए हैं।

Web Title: Rickshaw puller's son became topper, got 96.4 percent marks in Bihar board exam

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