'लड़ने में बीते 5 साल, अब नहीं चाहिए केजरीवाल', आप के नारे पर कांग्रेस नेता अलका लाम्बा ने साधा निशाना
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 21, 2019 16:51 IST2019-12-21T16:51:37+5:302019-12-21T16:51:37+5:30
अलका लाम्बा अक्टूबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुईं थी। अलका ने आप से इस्तीफा सितंबर 2019 में दिया था। अलका ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा था कि कांग्रेस सदस्य बनने पर वह गर्व महसूस कर रही हूं।

अलका लाम्बा (फाइल फोटो)
अगले साल (2020) होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी का नारा है ‘अच्छे बीते पांच साल - लगे रहो केजरीवाल’। इस नारे के साथ शुक्रवार (20 दिसंबर) को पार्टी ने 2020 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान शुरू किया। आप पार्टी के इस नारे पर कांग्रेस नेता अलका लाम्बा ने निशाना साधा है। आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली नेता अलका लाम्बा ने लिखा है- 'लड़ने में बीते 5 साल, अब नहीं चाहिए केजरीवाल'। अलका लाम्बा का यह ट्वीट वायरल हो गया है। हालांकि कुछ लोग अलका लाम्बा को इस ट्वीट के लिए ट्रोल भी कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अलका लाम्बा ने खुद चार साल आप में ही बिताएं, फिर वह ऐसा कैसे कह रही हैं।
लड़ने में बीते 5 साल,
— Alka Lamba - अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) December 21, 2019
अब नहीं चाहिए केजरीवाल... 🙏 🇮🇳.#Delhi
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ‘अच्छे बीते पांच साल - लगे रहो केजरीवाल’ नारे को आप विधायकों एवं पार्टी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में पेश किया। सिसोदिया ने कहा कि यह नारा दिल्ली के लोगों से मिली प्रतिक्रिया पर आधारित है।
अलका लाम्बा अक्टूबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुईं थी। अलका ने आप से इस्तीफा सितंबर 2019 में दिया था। अलका ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा था कि कांग्रेस सदस्य बनने पर वह गर्व महसूस कर रही हूं। आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले अलका लांबा कई वर्षों तक कांग्रेस से जुड़ी रहीं थीं।
अलका लाम्बा कांग्रेस में शामिल होने से पहले आप के साथ अलग-अलग मुद्दों पर भिड़ती नजर आ रही थीं। अगस्त की शुरुआत में अलका ने कहा था कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है और वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। लोकसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अलका लाम्बा ने आप की कड़ी आलोचना की थी। अलका लाम्बा ने पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लोकसभा चुनाव में जवाबदेही मांगी थी, जिसके बाद उन्हें आप ने सदस्यों के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया था।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंसल्टेंसी कंपनी आई-पैक आप के लिए करेगी काम
आम आदमी पार्टी ने 2015 में 70 सीटों में से 67 पर जीत दर्ज की थी और पार्टी इस बार चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंसल्टेंसी कंपनी आई-पैक के रणनीतिक सहयोग के साथ चुनाव लड़ेगी। मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टी ने 2015 में ‘पांच साल केजरीवाल’ का चुनावी नारा दिया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल पांच साल के कार्यकाल के दौरान अपनी सरकार के प्रदर्शन पर अगले सप्ताह रिपोर्ट कार्ड भी जारी करेंगे। राय ने कहा, ‘‘रिपोर्ट कार्ड केजरीवाल जारी करेंगे। आप की दिल्ली सरकार ने पिछले पांच साल में जो भी काम किए हैं इसमें उन सभी विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।’’
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पांच साल पहले दिल्ली की जनता ने विकास के लिए आप को वोट दिया था। उन्होंने दावा किया कि भारत के इतिहास में यह एकमात्र ऐसी सरकार है जिसने पांच साल पहले किए गए अपने सभी वादों को निभाया है।
आप के साथ मतभेद पर अलका लाम्बा ने क्या कहा था इस वीडियो में देखिए
