Congress: 6 सालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत इन 23 बड़े नेताओं ने छोड़ी पार्टी, तीन पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके 7 नेताओं ने छोड़ा हाथ का साथ
By निखिल वर्मा | Published: March 11, 2020 11:05 AM2020-03-11T11:05:50+5:302020-03-11T11:36:27+5:30
15 सालों बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी सिर्फ 14 महीने में सियासी संकट से जूझ रही है. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थन में 22 विधायकों ने भी त्यागपत्र दे दिया है. कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर देंगे, उन्होंने 18 मार्च को फ्लोर टेस्ट की संभावना जताई है. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मिली ऐतिहासिक जीत का असर कांग्रेस पार्टी पर भी पड़ा है। कांग्रेस पार्टी के हाथ से सिर्फ सत्ता ही नहीं गई बल्कि विभिन्न राज्यों से उसके दिग्गज नेताओं ने हाथ का साथ छोड़ दिया। ताजा मामले में मध्य प्रदेश में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चार बार सांसद रह चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्रियों की बात करें तो विजय बहुगुणा (उत्तराखंड), अजीत जोगी (छत्तीसगढ़) और गिरधर गमांग (ओडिशा) अब कांग्रेस के साथ नहीं हैं।
कई केंद्रीय मंत्रियों ने छोड़ा साथ
जीके वासन (तमिलनाडु), किशोर चंद्र देव (आंध्र प्रदेश), जयंती नटराजन (तमिलनाडु), एसएम कृष्णा (कर्नाटक), बेनी प्रसाद वर्मा (उत्तर प्रदेश), श्रीकांत जेना (ओडिशा) और शंकरसिंह वाघेला (गुजरात) पार्टी छोड़ चुके हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हुए अलग
हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी, आंध्र प्रदेश के अध्यक्ष बोचा सत्यनारायण, असम के भुवनेश्वर कलिता, उत्तराखंड से यशपाल आर्य और बिहार के अशोक चौधरी ने पार्टी छोड़ दी। रीता बहुगुणा जोशी वर्तमान में इलाहाबाद से बीजेपी सांसद हैं। वहीं बिहार के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी नीतीश सरकार में मंत्री हैं।
पूर्वोत्तर में हेमंत विस्व शर्मा जैसे दिग्गज हुए अलग
पूर्वोत्तर में बीजेपी के रणनीतिकार माने जाने वाले हेमंत विस्व शर्मा ने मतभेदों के चलते पार्टी छोड़ दी थी। हेमंत बिस्व शर्मा असम सरकार में ताकतवर मंत्री हैं। उनके अलावा अरुणाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू, त्रिपुरा में सुदीप रॉय बर्मन और मणिपुर के वर्तमान मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह जैसे बड़े नेता अब कांग्रेस के साथ नहीं है।
इसके अलावा हरियाणा में चौधरी बिरेंद्र सिंह, तेलंगाना में डी श्रीनिवास, पश्चिम बंगाल में मानस भुइंया, गोवा में विश्वजीत राणे, महाराष्ट्र में नारायण राणे और गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावेलकर जैसे दिग्गज विभिन्न कारणों से कांग्रेस से अलग हो चुके हैं। वहीं आंध्र प्रदेश में कांग्रेस से पूरा नेतृत्व वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी या बीजेपी में चला गया है।