Fact Check: पगड़ी वाले शख्स को 'CAA विरोध' से जोड़कर वीडियो हो रहा वायरल, सच्चाई जानकर रह जाएंगे दंग
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 29, 2019 05:12 PM2019-12-29T17:12:16+5:302019-12-29T17:16:53+5:30
सिख टच नाम के यूट्यूब चैनल ने 31 मार्च 2011 को इस वीडियो को अपलोड किया था और कैप्शन में लिखा था, ''पंजाब पुलिस ने मोहाली स्टेडियम में 28 मार्च, 2011 को सिख युवक की पगड़ी उतारी।''
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक पुलिसवाले एक शख्स के सिर की पगड़ी उतारते हुए उसे एक तरफ करते हुए दिखाई देते हैं। इस वीडियो को यह कहते हुए वायरल किया जा रहा है कि मुस्लिम शख्स सिखों को बदनाम करने के लिए पगड़ी पहनकर संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल था, जिसे पुलिस ने वहां से हटाया।
वायरल किए जा रहे वीडियो में किए गए दावे से सच्चाई एकदम उलट है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, इस वीडियो का सीएए से कुछ भी लेना देना नहीं है। वीडियो करीब आठ साल पुराना है, जिसे जानबूझकर सीएए से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
वीडियो को लेकर जानकारी सामने आई है कि यह 2011 का है। पंजाब के मोहाली की घटना का वीडियो है।
सिख टच नाम के यूट्यूब चैनल ने 31 मार्च 2011 को इस वीडियो को अपलोड किया था और कैप्शन में लिखा था, ''पंजाब पुलिस ने मोहाली स्टेडियम में 28 मार्च, 2011 को सिख युवक की पगड़ी उतारी।''
इस घटना को लेकर उस समय टीओआई और इंडियन एक्सप्रेस जैसे अंग्रेजी के अखबारों में खबरें छपी थीं। खबरों के मुताबिक 28 मार्च 2011 को जब भारत और पाकिस्तान के बीच मोहाली के स्टेडियम में क्रिकेट मैच हुआ था तब छंटनी का विरोध कर रहे ग्रामीण पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट वहां पहुंचने लगे थे और तब उनके और पुलिसवालों के बीच गतिरोध हुआ था। पुलिस ने लोगों को भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की थी। पगड़ी वाले शख्स का वीडियो भी उसी दौरान का है।
तब यूनाइटेड सिख्स नाम के अंतरराष्ट्रीय संगठन ने 28 मार्च 2011 को सिख युवक की पगड़ी उतारने के विरोध में पंजाब पुलिस के खिलाफ मोहाली ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत भी दर्ज कराई थी।
बेहद संवेदनशील चल रहे वक्त में ऐसी किसी भ्रामक सामग्री के प्रति खुद को सचेत रखे और यूं ही बिना तथ्य जाचें कोई भी चीज सोशल मीडिया पर वायरल करने की होड़ ने शामिल न हो।