अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा नागरिकता संशोधन एक्ट का विरोध करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि छात्राओं ने हिंदू विरोधी नारे लगाए। इस वीडियो भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने शेयर किया है। जिसमें से आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष संतोष रंजन राय ने वीडियो को शेयर किया। वीडियो के साथ दोनों नेताओं ने दावा किया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैब के विरोध में "हिंदुओं की कब्र खुदेगी, एएमयू की छाती पर।'' वीडियो को शेयर कर यह भी दावा किया गया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में भी 'हिंदुओ से आजादी...' के नारे लगाए गए हैं।
देखिए संतोष रंजन राय ने क्या लिखा...
बीजेपी आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने क्या लिखा
इसके अलावा कुछ फेसबुक यूजर ने दोनों विश्वविद्यालयों के दृश्य साझा किए, कुछ ने केवल एएमयू को साझा किया और दावा किया कि छात्रों ने नारा लगाया कि, ''हिंदुओ की कब्र खुदेगी ''।
क्या है सच्चाई
ऑल्ट न्यूज के मुताबिक यह वीडियो को तोड़मोड़ कर पेश किया गया है। नीचे दिए गए (रियल) वीडियो को जब आप सुनेंगे तो ह स्पष्ट हो जाता है कि यह दावा कि छात्रों ने हिन्दू विरोधी नारे लगाए, गलत है। असल में छात्र हिंदुत्व, सावरकर, भाजपा, ब्राह्मणवाद और जातिवाद के खिलाफ नारे लगा रहे थे।
वीडियो में छात्र कह रहे हैं, ''हिंदुत्व की कब्र खुदेगी, एएमयू की छाती पर, सावरकर की कब्र खुदेगी, एएमयू की छाती पर, ये बीजेपी की कब्र खुदेगी, एएमयू की छाती पर, ब्राह्मणवाद की कब्र खुदेगी, एएमयू की छाती पर, ये जातीवाद की कब्र। यह वीडियो 12 दिसबंर 2019 को पोस्ट किया गया था।