Delhi Election: सोशल मीडिया पर AAP, बीजेपी और कांग्रेस के बीच छिड़ी जंग, विज्ञापन में पूछा- “केजरी वॉल- टूटेगी कैसे?"

By भाषा | Published: January 12, 2020 06:23 PM2020-01-12T18:23:49+5:302020-01-12T18:23:49+5:30

राष्ट्रीय राजधानी का सत्ता संग्राम आभासी दुनिया में भी उतनी ही सरगर्मी से लड़ा जा रहा है जहां पार्टियों के सोशल मीडिया के योद्धा व्यंग्यों, मीम्स और हैशटेग के अपने ‘हथियारों’ के साथ जंग के लिए तैयार हैं।

Delhi Election: The fight between AAP, BJP and Congress on social media, asked in the advertisement- "Kejri Wall - How will it break? | Delhi Election: सोशल मीडिया पर AAP, बीजेपी और कांग्रेस के बीच छिड़ी जंग, विज्ञापन में पूछा- “केजरी वॉल- टूटेगी कैसे?"

Delhi Election: सोशल मीडिया पर AAP, बीजेपी और कांग्रेस के बीच छिड़ी जंग, विज्ञापन में पूछा- “केजरी वॉल- टूटेगी कैसे?"

Highlights दिल्ली के सत्ता संग्राम में बहुत कुछ दांव पर है।अंबुजा सीमेंट के असली विज्ञापन की आप द्वारा नकल ने कई लोगों को आकर्षित किया और राजनीतिक दलों में इसके बाद इसी तरह के मजाकिया नकल वाले विज्ञापन बनाने की होड़ लग गई।

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल और विपक्षी दलों के बीच सोशल मीडिया पर जंग तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने सीमेंट के एक विज्ञापन की मजाकिया नकल कर इस जंग की शुरुआत की है। सीमेंट के इस विज्ञापन में अभिनेता बमन ईरानी नजर आए थे जहां दो भाई एक दीवार को गिराने की असफल कोशिश कर रहे हैं। आप के विज्ञापन में इस दीवार को “केजरी वॉल” (दीवार) का नाम दिया गया है।

यह मजाकिया विज्ञापन ईरानी के मूल विज्ञापन वाले डायलॉग के साथ ही खत्म होता है जहां वह पूछते हैं यह दीवार टूटती क्यों नहीं और पीछे से आवाज आती है, “केजरी वॉल- टूटेगी कैसे? सच्चाई और ईमानदारी से जो बनी है। कांग्रेस ने ड्यूलक्स पेंट्स के लिए ईरानी के एक अन्य विज्ञापन के साथ इसका जवाब दिया है जबकि भाजपा आप द्वारा ही इस्तेमाल किए गए उसी अंबुजा सीमेंट के मजाकिया संस्करण के साथ मैदान में कूद पड़ी है।

राष्ट्रीय राजधानी का सत्ता संग्राम आभासी दुनिया में भी उतनी ही सरगर्मी से लड़ा जा रहा है जहां पार्टियों के सोशल मीडिया के योद्धा व्यंग्यों, मीम्स और हैशटेग के अपने ‘हथियारों’ के साथ जंग के लिए तैयार हैं। दिल्ली के सत्ता संग्राम में बहुत कुछ दांव पर है। आप के सोशल मीडिया के रणनीतिकार अंकित लाल ने कहा, “दिल्ली जैसे शहरी निर्चावन क्षेत्र में, खास तौर पर स्पष्ट सोशल मीडिया रणनीति होना बहुत जरूरी है। हम इस मामले में खुशकिस्मत हैं कि हम उसमें आगे हैं।”

उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कोर टीम में दुनिया भर के करीब 200 स्वयंसेवी शामिल हैं जो दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कंटेंट बनाने तथा विचारों के लिए सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर काम कर रहे हैं।” अंबुजा सीमेंट के असली विज्ञापन की आप द्वारा नकल ने कई लोगों को आकर्षित किया और राजनीतिक दलों में इसके बाद इसी तरह के मजाकिया नकल वाले विज्ञापन बनाने की होड़ लग गई। आप ने मूल विज्ञापन चलाते हुए उसमें पात्रों को टाइटल दिए हैं और अंत में वॉयस ओवर बदल दिया है। दोनों भाई जो अगल-बगल के दो घरों में रहते हैं, नकल वाले विज्ञापन में उन्हें भाजपा और कांग्रेस नाम दिया गया है। वे उनके बीच खड़ी एक दीवार को लकड़ी के लट्ठे की मदद से गिराने की विफल कोशिश करते हैं। पेड़ को “उपराज्यपाल” और विस्फोटकों को “सीबीआई छापेमारी” नाम दिया गया है।

कांग्रेस ने ड्यूलक्स पेंट्स विज्ञापन के साथ इसका जवाब दिया है जिसमें ईरानी अपनी होने वाली बहु के सामने अपने बेटे के “डबल एम ए” होने की तारीफ करते हैं। लेकिन बहु कहती है कि उनका घर “चौथी कक्षा फेल” लगता है। नकल वाले विज्ञापन में, ईरानी को “भाजपा” और उनके “डबल एम ए बेटे” को “आप” नाम दिया गया है जबकि बहु आम जनता को दर्शाती है। जब होने वाली बहु कहती है कि, “डैडी जी आपका घर तो चौथी फेल लगता है” तो दीवार पर “केजरी वॉल’ लिखा हुआ नजर आने के साथ ही वॉयस ओवर सुनाई पड़ता है, “अगर आपके घर में दरारें और फंगस है, तो हम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आपके सामने पेश करते हैं जो जुमला प्रूफ और दो गुणा पाखंड प्रूफ है यानि दोगुनी सुरक्षा।”

विज्ञापन पर प्रतिक्रिया देते हुए आप ने कहा, “अच्छी कोशिश लेकिन..” और फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर दो से एक दृश्य पोस्ट किया जिसमें डायलॉग लिखा हुआ है, “बेटा तुमसे न हो पाएगा।” भाजपा ने भी अंबुजा सीमेंट के विज्ञापन की नकल की है जिसमें दो भाइयों को केजरीवाल और कन्हैया कुमार नाम दिया गया है और उनके बीच की दीवार को “राष्ट्रवाद’’ नाम दिया। दोनों भाई जिस पेड़ से दीवार को गिराने की कोशिश करते हैं उसे “जेएनयू हिंसा” और विस्फोटकों को “जामिया दंगे” नाम दिया गया है।

विज्ञापन में अंत में पूछा जाता है कि यह दीवार टूटती क्यों नहीं और आवाज आती है, “टूटेगी कैसे 130 करोड़ भारतीयों से जो बनी है।” भाजपा ने प्रसिद्ध टीवी कार्यक्रम ‘आप की अदालत’ की भी मजाकिया नकल की है और इसे ‘पाप की अदालत’ नाम दिया है जिसमें केजरीवाल जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति को कटघरे में खड़ा किया गया है और उनकी सरकार की विफलताओं पर सवाल पूछे गए हैं। 

Web Title: Delhi Election: The fight between AAP, BJP and Congress on social media, asked in the advertisement- "Kejri Wall - How will it break?

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