प्रीती गांधी ने देवेंद्र फड़नवीस से सीएम कुर्सी छिन जाने पर कहा, 'यह हार एक विराम है...', पढ़ें नेता का दमदार ट्वीट
By पल्लवी कुमारी | Published: November 28, 2019 04:49 PM2019-11-28T16:49:03+5:302019-11-28T16:49:03+5:30
उद्धव ठाकरे दादर में शिवाजी पार्क में आज (28 नवंबर) को शाम छह बजकर 40 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल को 166 विधायकों के समर्थन वाला एक पत्र सौंप दिया है।
महाराष्ट्र के सियासी हलचल का आज शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण के साथ अंत हो जाएगा। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे शाम 6 बजकर 40 मिनट पर सीएम पद की शपथ लेंगे। इन सब के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के हाथों से सीएम की कुर्सी छीन गई है। देवेंद्र फड़नवीस के विधानभा में विधायक पद की शपथ लेने का वीडियो कई लोगों ने शेयर किया। इस वीडियो को बीजेपी की सोशल मीडिया प्रभारी प्रिती गांधी ने भी शेयर किया।
वीडियो शेयर कर प्रिती गांधी ने जो कैप्शन लिया, वो चर्चा का विषय बन गया है। प्रिती गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ''यह हार एक विराम है,जीवन महासंग्राम है, तिल-तिल मिटूँगा, पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं। वरदान माँगूँगा नहीं... क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, संधर्ष पथ पर जो मिले, यह भी सही वह भी सही। वरदान माँगूँगा नहीं...''
यह हार एक विराम है,
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) November 28, 2019
जीवन महासंग्राम है,
तिल-तिल मिटूँगा,
पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं।
वरदान माँगूँगा नहीं...
क्या हार में क्या जीत में,
किंचित नहीं भयभीत मैं,
संधर्ष पथ पर जो मिले,
यह भी सही वह भी सही।
वरदान माँगूँगा नहीं... https://t.co/Zy2V6yZxZR
प्रिती गांधी का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बता दें कि शनिवार (23 नवंबर) को देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। देवेंद्र फड़नवीस ने इस्तीफे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि अजित पवार ने अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिसके बाद बीजेपी के पास विधायकों का समर्थन नहीं है। अजित पवार ने बीजेपी को भरोसा दिलाया था कि वह 36 विधायकों का समर्थन दिलवाएंगे।
महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105, कांग्रेस को 44, शिवसेना को 56 और एनसीपी को 54 सीट मिले थे।