नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के एक बयान पर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। बीते दिन ( 23 जनवरी) सीएए और एनआरसी को लेकर इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वह बांग्लादेशी है।' कैलाश विजयवर्गीय के बयान की खबर सोशल मीडिया पर आते ही ट्विटर पर हैशटैग #Poha और #Bangladeshi ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ कई लोग कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान की निंदा कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग मजे भी ले रहे हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में कहा, 'जब हाल में ही मेरे घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा था तो कुछ मजदूरों के खाना खाने का स्टाइल मुझे अजीब लगा। वे सिर्फ पोहा खा रहे थे। मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और शक जाहिर किया कि क्या ये बांग्लादेशी हैं। इसके दो दिन बाद सभी मजदूर काम पर आए ही नहीं।'
पत्रकार और टीवी एंकर Meenakshi Joshi ने लिखा है, अच्छा है मेरे पति उपमा खाते हैं।
स्टोरीटेलर रवींद्र सिंह ने लिखा, अब ये लोग खाने के तरीके से घुसपैठिए की पहचान करेंगे।
कांग्रेस कार्यकर्ता नीरज भाटिया ने लिखा, श्रीकृष्ण के बचपन के सबसे अच्छे दोस्त सुदामा ने कृष्ण को #Poha की एक थैली भेंट की थी। आज तक पोहा भगवान कृष्ण को प्रसाद के रूप में दिया जा रहा है। वे बांग्लादेश से कैसे हो सकते हैं?
एक यूजर ने लिखा, अब ये लोग एनआरसी और सीएए के लिए पोहा टेस्ट करेंगे।
लेखक अंशुल ने लिखा है, मैं ब्रेकफास्ट में पोहा खाना बहुत पसंद करता हूं तो क्या मैं बांग्लादेशी हूं।
पत्रकार अनन्या भट्टाचार्य ने भी ट्वीट किया।
देखें लोगों की प्रतिक्रिया
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- मैंने अभी तक इस मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी है
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी बताया, फिलहास इस मामले में मैंने अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। मैं केवल इस घटना का जिक्र कर आप लोगों को आगाह करना चाहता हूं, यह सब देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है। मैं जब बाहर जाता हूं तो मेरे साथ छह सुरक्षाकर्मी चलते हैं, क्योंकि घुसपैठिए देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं।'