बिहार के मजदूर को इनकम टैक्स का नोटिस, रिटर्न में 14 करोड़ रुपये भरने को कहा
By रुस्तम राणा | Published: December 20, 2022 04:45 PM2022-12-20T16:45:25+5:302022-12-20T16:45:25+5:30
शनिवार को आयकर विभाग की एक टीम मजदूरी करने वाले करगहर गांव के निवासी मनोज यादव के घर पहुंची और उसे आयकर में 14 करोड़ रुपये के भुगतान की मांग करते हुए नोटिस दिया।
पटना:बिहार में एक दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले शख्स को इनकम टैक्स का नोटिस थमाया गया, जिसमें उस बेचारे से रिटर्न में 14 करोड़ रुपये भरने को कहा गया है। इनकम टैक्स का यह नोटिस उस मजदूर के लिए नागासाकी और हिरोशिमा में गिराए परमाणु बम जैसा है। अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को, आयकर विभाग की एक टीम मजदूरी करने वाले करगहर गांव के निवासी मनोज यादव के घर पहुंची और उसे आयकर में 14 करोड़ रुपये के भुगतान की मांग करते हुए नोटिस दिया।
बैंक रिकॉर्ड में करोड़ों रुपये के लेन-देन का पता चला
अधिकारियों के मुताबिक, उनके बैंक रिकॉर्ड में करोड़ों रुपये के लेन-देन का पता चला है, जो उन्हें आयकर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी बनाता है। उधर, नोटिस की मिलने पर यादव और उनके परिवार में कोहराम मच गया। यादव ने अधिकारियों को बताया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर है और अपनी पूरी संपत्ति को कई बार बेचने के बाद भी वह उक्त राशि का भुगतान नहीं कर पाएगा।
यादव ने निजी कंपनियों पर लगाया आरोप
यादव ने कथित तौर पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित विभिन्न जगहों पर निजी कंपनियों में काम किया था, लेकिन 2020 में कोविड लॉकडाउन के बाद वह अपने घर बिहार लौट आया था। यादव ने कहा, निजी कंपनियों में उनके रोजगार के समय, उन्होंने उनके आधार और पैन कार्ड की प्रतियां लीं। उसने कंपनियों पर उसके नाम पर जाली बैंक खाते खोलने और आयकर से बचने के लिए लेनदेन करने के लिए उसके दस्तावेजों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
यादव की माली हालत देख आयकर विभाग के अधिकारी हैरान
उधर, नोटिस देने के लिए यादव के घर पहुंचे टैक्स अधिकारी भी परिवार की आर्थिक स्थिति देखकर हैरान रह गए। सासाराम के आयकर अधिकारी (आईटीओ) सत्य भूषण प्रसाद ने कहा कि आईटी नोटिस मुख्यालय से भेजा गया था। इस बीच, स्थानीय लोगों के अनुसार, यादव अपने परिवार के साथ सोमवार की देर शाम अपने घर को बंद कर किसी अज्ञात स्थान के लिए निकल गया।