Bihar Education Minister: 'रामचरितमानस' नफरत फैलाने वाला ग्रंथ, बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद विधायक चंद्रशेखर ने चौपाई सुना कर कहा, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Published: January 11, 2023 09:46 PM2023-01-11T21:46:15+5:302023-01-11T21:47:13+5:30
Bihar Education Minister Remark: बिहार के शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर ने कहा कि नफरत देश को महान नहीं बनाएगा, जब भी महान बनाएगा तो मोहब्बत ही बनाएगा।
पटनाः बिहार के शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर ने एक विवादित बयान देते हुए ’रामचरितमानस' नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता दिया है। उन्होंने कहा कि मनुस्मृति और गुरु गोलवालकर का बंच ऑफ थॉट्स ग्रंथ भी समाज को नफरत में बांटती है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नफरत देश को महान नहीं बनाएगा, जब भी महान बनाएगा तो मोहब्बत ही बनाएगा।
नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मनुस्मृति और गुरु गोलवालकर का बंच ऑफ थॉट्स ग्रंथ भी समाज में नफरत पैदा करता है। यही कारण है कि लोगों ने मनुस्मृति को जलाने का काम किया। मनुस्मृति में एक बड़ा तबका 85 प्रतिशत लोगों के खिलाफ अनेकों गालियां दी गयी हैं।
मनुस्मृति, रामचरितमानस पर Bihar के शिक्षा मंत्री Chandrashekhar Prasad का बयान वायरल. pic.twitter.com/i68fanqO8U
— A1 News (@A1NewsTel) January 11, 2023
चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस का प्रतिरोध इसलिए हुआ कि 'अधम जात में विद्या पाए भयो जथा ही दूंध पिलाये' अधम का मतलब नीच होता है। नीच जाति के लोगों को शिक्षा ग्रहण का अधिकार नहीं था और उसमें कहा गया है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करके जहरीला हो जाते है। जैसा कि सांप दूध पीने के बाद होता है।
उन्होंने कहा कि इसलिए कहता हूं कि इसी बात को कोट करके बाबा साहेब अंबेडकर ने दुनिया के लोगों को बताया। ये जो ग्रंथ हैं नफरत को बोने वाले ग्रंथ है। एक युग में मनुस्मृति दूसरे युग में रामचरितमानस और तीसरे युग में गुरु गोलवालकर का बंच ऑफ थॉट्स ये हमारे देश और समाज को नफरत में बांटती है।