मुंबई की सड़कों पर भीख मांगकर अर्जित की 7.5 करोड़ की संपत्ति, ये शख्स है दुनिया का सबसे अमीर भिखारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 7, 2023 05:43 PM2023-07-07T17:43:56+5:302023-07-07T17:45:44+5:30
जैन की मासिक इनकम किसी सामान्य नौकरी पेशा व्यक्ति से भी ज्यादा है। भीख मांगने से उनकी मासिक कमाई ₹60,000 से 75,000 के बीच होती है। वह एक विवाहित व्यक्ति हैं और उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, उनका भाई और उनके पिता शामिल हैं।
मुंबई: एक भिखारी के पास कुल कितनी संपत्ति हो सकती है? आप सोचेंगे कि ये कैसा सवाल है, जिसे जीवन यापन के लिए भीख मांगनी पड़ती हो आखिर उसके पास कितनी संपत्ति हो सकती है। लेकिन अगर कहा जाए कि भारत में एक भिखारी ऐसा भी है जिसकी संपत्ति साढ़े सात करोड़ है तो आपको शायद आपको यकीन न हो। लेकिन ये सच है।
कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने भीख मांगने को एक लाभदायक और आकर्षक पेशे में बदल दिया है और भिक्षावृत्ति को एक नए आयाम पर ले गए हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार मुंबई की सड़कों पर भीख मांगने वाले भरत जैन दुनिया के सबसे अमीर भिखारी हैं। वह कथित तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन (सीएसएमटी) या आजाद मैदान जैसे प्रमुख स्थानों पर भीख मांगते हैं।
जैन की मासिक इनकम किसी सामान्य नौकरी पेशा व्यक्ति से भी ज्यादा है। भीख मांगने से उनकी मासिक कमाई ₹60,000 से 75,000 के बीच होती है। वह एक विवाहित व्यक्ति हैं और उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, उनका भाई और उनके पिता शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भरत जैन अपनी साधारण शुरुआत के बावजूद, जैन ने ₹7.5 करोड़ की कुल संपत्ति अर्जित की है।
कमजोर पारिवारिक बैकग्राउंड से आने वाले भरत जैन वित्तीय अस्थिरता के कारण, जैन औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ थे। लेकिन मुंबई की सड़कों पर भीख मांग कर जैन के पास फिलहाल मुंबई में ₹1.2 करोड़ मूल्य का 2BHK फ्लैट है, और ठाणे में उनकी दो दुकानें हैं जिनका किराया ₹30,000 प्रति माह है।
हालांकि अमीर के बाद भी भरत जैन मुंबई की सड़कों पर भीख मांगते रहते हैं। जहां कई लोग लंबे समय तक काम करने के बाद भी कुछ सौ रुपये कमाने के लिए संघर्ष करते हैं, वहीं जैन 10 से 12 घंटों के भीतर प्रति दिन 2,000-2,500 रुपये कमाने में कामयाब हो जाते हैं।
जैन परिवार परेल में 1BHK डुप्लेक्स अपार्टमेंट में रहते हैं। उनके बच्चों ने कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की और अपनी शिक्षा पूरी की। उनके परिवार के अन्य सदस्य स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं। वे लगातार जैन को भीख मांगना बंद करने की सलाह देते हैं, फिर भी जैन उनकी बात नहीं मानते और भीख मांगने का काम जारी रखे हुए हैं।