महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शनिवार को शपथ ली। अजीत पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं। इन दोनों के शपथ लेने की किसी को खबर तक नहीं चली। कल देर रात तक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सीएम बनने की बात चल रही थी और शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने वाली थी। लेकिन महाराष्ट्र की सियासत में रातोंरात बड़ा उलटफेर होने के बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जमकर वाहवाही हो रही है। अमित शाह के दिमाद की लोग दाद देते नहीं थक रहे हैं। ट्विटर पर #Motabhai (मोटा भाई) और "Game of Thrones" (गेम्स ऑफ थ्रोन्स ) ट्रेंड करने लगा।
इस ट्रेंड के साथ लाखों यूजर ने ट्वीट किया है। यूजर का कहना है इस बात में कोई दोराय नहीं है किअमित शाह के पास चाणक्य वाला दिमाग है। वहीं लोग विदेशी शो गेम्स ऑफ थ्रोन्स हैशटैग के साथ अमित शाह की तस्वीर शेयर कर लिख रहे हैं कि अमित शाह के दिमाग को देखकर तो लगता है कि यही गेम्स ऑफ थ्रोन्स के डॉयरेक्ट हैं।
वहीं हैशटैग #Motabhai के ट्रेंड के साथ भी लोग इसी तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जानें गेम ऑफ थ्रोन्स शो के बारे में
गेम ऑफ थ्रोन्स एचबीओ पर आने वाला एक अंग्रेजी शो है। गेम ऑफ थ्रोन्स की कहानी काल्पनिक वेस्टरोज साम्राज्य पर आधारित है। यह इस साम्राज्य के तख्त पाने के संघर्ष की कहानी है।
देवेंद्र फड़नवीस के सीएम बनने पर अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘‘ देवेन्द्र फड़नवीस जी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अजीत पवार जी को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई। मुझे विश्वास है कि यह सरकार महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के प्रति निरंतर कटिबद्ध रहेगी और प्रदेश में प्रगति के नये मापदंड स्थापित करेगी।’’
देवेंद्र फड़नवीस सीएम और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ली
महाराष्ट्र में अजित पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राकांपा नेता अजित पवार ने यहां राज भवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सुबह एक समारोह में दोनों को शपथ दिलायी जहां केवल आधिकारिक मीडिया ही मौजूद रही।
फड़नवीस ने कहा, ''लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार की जरूरत है न कि ‘खिचड़ी’ सरकार की।''
उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, ''24 अक्टूबर को नतीजे आने से लेकर अब तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी। महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों समेत कई दिक्कतें थी इसलिए हमने एक स्थायी सरकार बनाने का फैसला किया।''