Photos: करीब 81 साल बाद लाइब्रेरी में लौटाया गया किताब, 40 हजार हुआ लेट फाइन, जानें किसने चुकाई फीस
By आजाद खान | Published: June 11, 2023 09:50 PM2023-06-11T21:50:20+5:302023-06-11T21:57:46+5:30
किताब के मिलने के बाद लाइब्रेरी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में लाइब्रेरी ने लिखा है कि "इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है? यदि आपके पास कोई इशू कराई किताब धूल खा रही है तो उसे लाइब्रेरी में वापस कर दें। हम इसे तोहफा समझकर लेंगे और फाइन नहीं मांगेंगे।"
वॉशिंगटन डीसी:अमेरिका के वॉशिंगटन के एबरडीन में हाल में एक अजीब घटना घटी है। इस लाइब्रेरी में एक किताब को वापस किया गया है जो आज से करीब 81 साल पहले यहां से इशू कराई गई थी। बता दें कि जिस घड़ी में यह किताब लाइब्रेरी में फिर से आई है वहां मौजूद स्टाफ इसे देख हैरान हो गए थे।
लाइब्रेरी ने इस किताब का जिक्र और इससे जुड़ी घटना को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है और इसके बारे में भी लिखा है। लाइब्रेरी ने अंत में लिखा है कि अगर किसी के पास कोई और भी किताब इशू कराई गई है तो वे उसे वापस कर दें। वे इसे बतौर तोहफा समझकर रख लेंगे और किताब लौटाने वाले पर फाइन भी नहीं लगाएंगे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, आज से करीब 81 साल पहले इस लाइब्रेरी से चार्ल्स नॉरडॉफ और जेम्स नॉर्मन हॉल की किताब "द बाउंटी ट्रिलॉजी" को इशू किया गया था लेकिन बाद में उसे लौटाई नहीं गई थी। ऐसे में 30 मार्च 1942 को इशू कराई गई इस किताब को अब जाकर वापस किया गया है।
इस किताब को किसी शख्स ने पुराने सामानों के साथ पाया था, ऐसे में उसने इसे लौटाने का सोचा और इसके लिए वह लाइब्रेरी में आ गया। किताब के वापस लौटाने पर इसका हिसाब किया गया तो पता चला कि करीब 81 साल में इसका लेट फीस हर रोज दो सेंट्स के हिसाब से $484 (लगभग 40 हजार रुपये) हुआ है। इस हिसाब में कोविड के समय को नहीं गिना गया है क्योंकि इस समय लेट फीस माफ था। ऐसे में किताब लौटाने वाले से कोई फाइन नहीं लिया गया और इस किताब को तोहफे के तौर पर रखा गया।
किताब मिलने पर लाइब्रेरी ने लिखा मजेदार पोस्ट
ऐसे में जब लाइब्रेरी को यह किताब मिला तो उसने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट भी लिखा है। लाइब्रेरी ने लिखा कि "इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है? यदि आपके पास कोई इशू कराई किताब धूल खा रही है तो उसे लाइब्रेरी में वापस कर दें। हम इसे तोहफा समझकर लेंगे और फाइन नहीं मांगेंगे।"